मानव तस्करी रोधी इकाई (क्षेत्रक मुख्यालय) स.सी.ब बेतिया कार्यालय 47वीं वाहिनी रक्सौल द्वारा भारत नेपाल सीमा पर बाल तस्करी के परिमाण और प्रकृति का स्थितिजन्य विश्लेषण ” सन्दर्भ में एक दिवसीय कार्यशाला का चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय पटना के तत्वाधान में आयोजन किया गया.
जिसके अंतर्गत सीमांत मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल के अधीन पाँच वाहिनियों (21वीं, 44वीं, 47वीं, 65वीं 71वीं) के भी प्रतिभागी थे. कार्यशाला का प्रारम्भ व अध्यक्षता श्री विकास कुमार कमांडेंट 47वीं वाहिनी द्वारा की गई तथा इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया. इस कार्यशाला में जो विचार विमर्श किया गया वो इस प्रकार से है कि बिहार नेपाल सीमा पर क्रॉस बोर्डर मानव तस्करी को रोकने के लिए, बिहार नेपाल सीमा को लेकर क्रॉस बोर्डर मानव तस्करी की ऐतिहासिक प्रष्ठभूमि की जानकारी दी गयी, मानव तस्कर और पीडित की पहचान के लिए फिल्म भी दिखाई गयी, मानव तस्कर और पीड़ित से बात का तरीका, मानव तस्करी के संदर्भ में मुख्य कानून, एएचटीयू स.सी.ब. के कार्य और वाहिनियों को सहयोग, मानव तस्करी की सूचना अधिक से काम करें, मानव तस्करी, बाल यौन शोषण, बाल मजदूरी, बाल विवाह जैसी मुद्दों पर प्रशिक्षण दिया गया। बल कर्मियों को एक डेमो दिया गया कि मानव तस्करी के समय पीड़ित और मानव तस्कर से कैसे बात करनी है कैसे उनके मुख्य उद्देश्य का पता लगता है इतियादि मानव तस्करी रोधी इकाई (क्षेत्रक मुख्या) की कार्यप्रणाली तथा वाहिनियों एएचटीयू से क्या क्या सहयोग ले सकते हैं.
ए.एच.टी.यू के अभी तक हुए कार्यों को एक प्रेजेंटेशन द्वारा दिखाया गया.इसके साथ ही अन्य सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थान के निम्र वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्तिथ रहे: श्री देवा सैकिया (सहायक कमांडेंट 44वीं वाहिनी नरकटियागंज, उपनिरीक्षक अनुज कुमार (बाह्य पुलिस चौकी रक्सौल) उपनिरीक्षक खुशबू कुमारी (महिला पुलिस थाना रक्सौल) श्री आरआर कश्यप (प्रभारी रेलवे पुलिस बन रक्सौल), किरण शर्मा बाल कल्याण अधिकारी बीरगंज महानगर पालिका (बीरगंज, नेपाल),भारत की गैर सरकारी संस्था- जिला समन्वयक आरती कुमारी (प्रयास एड जुबेनाइल सेंटर), राज गुप्ता (प्रयास जुबेनाइन एवं सेंटर रक्सौल, जिला समन्वयक रामजन्म (प्लान इंडिया पश्चिमी चंपारण), वेदप्रकाश मिश्रा (प्लान इंडिया) पश्चिमी चंपारण), रंजीत सिंह (स्वच्छ रक्सौल), न्याय प्रोजेक्ट से प्रणय सोमित् मोहन, संदीप कुमार, आशीष प्रोजेक्ट से फ्रांचीस मनी सुरेश दिलीप धर्मेंद्र प्रदीप नेपाल की गैर सरकारी संस्था शाखा प्रमुख बाबू राम क्षेत्री (टाइनि वीरगंज, नेपाल), अनिशा गौतम (माइती नेपाल बीरगंज, नेपाल), सुधा सापकोटा (आफन्त नेपाल, बीरगंज, नेपाल), कृष्णा कुमार यादव (बाल सहायता 1098 वारा नेपाल), श्रष्टि नेपाली (आशीष सामाजिक सेवा नेपाल)राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय पटना में सीआरसी सेंटर समन्वयक डॉक्टर अमन कुमार, सीआरसी सेंटर समन्वयक चन्दन कुमार सिन्हा, मुरली मनोहर द्वारा मानव तस्करी की अहम जानकारी दी, विभुवन विश्वविद्यालय काठमां से मानव तस्करी के क्षेत्र में वरिष्ठ शोधकर्ता सलाहकार विष्णु सापकोटा को भी आमंत्रित किया गया था।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा द्वारा 45 मिनट का एक सेशन लिया गया जिसमें एक डेमों के द्वारा समझाया गया कि डयूटी के समय मानव तस्करी केस में अधिकतर क्या क्या गलतियों के कारण मानव तस्कर क्या लाभ ले लेते हैं.