एक बार उन्हें बुखार हो गया था। पिता के साथ बस पर सवार होकर डा॰ से दिखाने मुजफ्फरपुर गए थे। बस उनके बथान से होकर ही जाती है। वापसी में जब बस उनके बथान पर आई, तो दुखभंजन जी छत पर से तीन बार बोले- हव, हव, हव। बस नही रुकी। खैलासी से उन्होंने कुछ नही कहा। तब वे बस की छत से कूद गए। एक पाँव टूट गया। बस रुकी तो उनसे लोगों ने पूछा कि काहे कूद गए हैं? इस पर दुखभंजन जी ने कहा- बस को रुकने के लिए तीन बार- हव- हव- हव कहे हैं लेकिन रुकी नही है। तब कूद गए हैं। बैल को हव कहने पर वह रुक जाता है तो यह बस क्यों नहीं रुकी?

अब क्या होता? फिर एक दूसरी गाड़ी भाड़ा कर उन्हें डा॰ के पास ले जाना पड़ा, जहाँ उनके पाँव का प्लास्टर हुआ।

एक बार किसी के यहाँ सत्यनारायण भगवान की कथा हो रही थी। लगन का समय था। रात अंधेरी थी। दुखभंजन के घर तथा जहाँ कथा हो रही थी, के बीच एक खड़वानी थी। उसके बीच एक पगडंडी थी, जिससे होकर दुखभंजन जी कथा सुनने जा रहे थे। हाथ में लालटेन लिए हुए थे।

अचानक आँधी आ गई। धूल उड़ने लगी। कुछ भी सूझ नही रहा था। पगडंडी के बगल में एक कुआँ था। दुखभंजन जी लालटेन लिए ही कुआँ में गिर गए। गर्मी के दिन थे। कुआँ में पानी कम था।

जब दस बजे तक दुखभंजन जी घर वापस नही गए तो घर के लोग उन्हें खोजने निकले। जहाँ कथा हो रही थी, वहाँ लोगों ने कहा कि दुखभंजन जी तो यहाँ नही आए थे।

तब एक आदमी ने कहा, जरा कुआँ में भी देख लो। वहाँ जाकर एक एक आदमी ने जोर से पुकारा- दुखभंजन जी हैं? अन्दर से दुखभंजन जी बोले- हाँ, हैं इसी कुआँ में, लेकिन लालटेन बूझ गई है। इसका पानी खुब ठंडा है। उन्हें कुआँ में गिरने का थोड़ा भी गम नहीं था, गम था तो लालटेन के बुझने का। लोग बाँस और रस्सी लेकर आए। उन्हें कहा गया कि बाँस और रस्सी के सहारे ऊपर आ जाइए। दुखभंजन जी रस्सी पकड़ कर ऊपर आने लगे। थोड़ा और ऊपर आना बाकी था कि रस्सी टूट गई। दुखभंजन जी फिर कुआँ में गिर गए। बाद में दूसरी रस्सी लाई गई किन्तु दुखभंजन जी क्रोधित हो गए थे। उन्होंने कह दिया कि अब मैं कल ही निकलूंगा, आज नही l बहुत मनाने पर भी न माने। दूसरे दिन सुबह में निकले। गाँव में बहुत दिनों तक इसकी चर्चा होती थी।

दोस्तों अगर यह कहानी आपको पसंद आयी है तो शेयर करना ना भूले और फेसबुक पर Comments के माध्यम से अपनी राय दे। https://www.facebook.com/news24bite/

" /> Hindi Moral Story Archives - News24Bite
ad-s

हॉट शॉट्स

कहानी

स्पोर्ट्स

ad-s

OMG