आपको बता दे बिहार के हजारो ऐसे मजदुर है जो दिल्ली, पंजाब, मद्रास एवं मुंबई जैसे शहरो में फंसे है एवं अपने अपने घर जाना चाहते है, घर जाना इनकी मज़बूरी भी है क्यों की ये रोज के मजदूरी पे अपनी पेट पालते है, अब जब पुरे देश में लॉकडाउन है जिससे कि इनकी रोजगार जा चुकी है इनके पास खाने पिने का सामान नहीं है, ना पैसे है, इनके पास सबसे बड़ी परेशानी मकान का किराया देना है इसलिए ये अपने घर जाना चाहते है।
Coronavirus तो छोड़िये महाराज ये गरीब लोग भूख एवं बेचैनी से मर जायेंगे।
अब आप कहेंगे कि देश में लॉकडाउन है एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए एवं जो जहाँ है वही रहे तो ठीक है एवं सरकार भी इन गरीब असहाय लोगो के मदद के लिए कह चुकी है। लेकिन आप यह भी जानते है कि सरकार के मदद का कितना प्रतिशत आम जनता या कहे धरातल तक पहुँचती है। Coronavirus तो छोड़िये महाराज ये गरीब लोग भूख एवं बेचैनी से मर जायेंगे। हमारी सरकार से निवेदन है कि केवल दिखावा करना छोड़े एवं हर एक को मदद पहुचाये एवं आप सभी लोगो से भी निवेदन है कि अपने आस पास गरीब असहाय लोगो की हरसंभव मदद करे। जय हिंदी
लोग पंजाब, मद्रास एवं बंगाल से बिहार पैदल जाने को मजबूर
लॉकडाउन के वजह से कई ऐसे लोग है जो पंजाब, मद्रास, बंगाल एवं मुंबई जैसे बड़े शहरों से पैदल ही अपने घर बिहार जा रहे है कितने पैदल ही पहुंच भी गए है, सराकर के द्वारा इन लोगो को सहायता करना चाहिए।