अगर आप आज कि कंप्यूटर इंडस्ट्रीज को विश्लेषण (Analysis) करेंगे तो आप ये देखोगे कि आज कोई भी बिज़नेस चलने के लिए केवल एक कंप्यूटर काफी नहीं है, बल्कि हमे एक कंप्यूटर का पुरा नेटवर्क चाहिए होता है, ताकि जो इंसान बिज़नेस को चला रहा होता है उससे कम्युनिकेशन करने में कोई दिक्कत ना हो। जो भी कोई ऐसे नेटवर्क को खड़ा करता है तो उसकी हैक होने की संभावना बढ़ जाती है। क्यों कि अब ये कंप्यूटर एक नेटवर्क से जुड़े हुए है। जब कोई कंप्यूटर हैक होता है तो उस कंप्यूटर से जरुरी जानकारी चुरा ली जाती है, जैसे कि क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, बैंक एकाउंट्स डिटेल्स इत्यादि। जो भी ये सब चोरी करता है वो अपने खुद के फायदे के लिए करता है तो हम उस इंसान को हैकर कहते है।
अगर आप न्यूज़ पर ध्यान देते हो तो आपने देखा होगा की हैकिंग को ले कर पूरी दुनिया में काफी हलचल हो रही है। जब भी कोई कंपनी हैक होती है तो उन्हें लाखो-करोड़ो का नुकसान होता हैं। ऐसे संभावनाओं को दूर करने के लिए आजकल काफी कंपनी एथिकल हैकर (Ethical Hacker) को अपने यहाँ अच्छी सैलेरी देकर नौकरी पर रखती हैं।
अब मन में ये सवाल उठा है कि ये एथिकल हैकर होता क्या हैं?
एथिकल हैकर और एक आम हैकर में ज्यादा अंतर नहीं होता हैं। एथिकल हैकर एक आम हैकर जैसा एक नेटवर्क को भेदन परीक्षण (Penetration Testing) कर उसमे खामिया ढूंढ़ने की कोशिश करता है। अंतर बस यही हैं कि एक एथिकल हैकर ये सब ग्राहक (Client) के अनुमति के साथ करता हैं, जबकि एक आम हैकर ये सब बिना किसी अनुमति के तहत करता हैं।
जब एक एथिकल हैकर को कोई खामिया मिलता हैं तो वो पहले अपने ग्राहक (Client) को बताता हैं इन ख़मीओं के बारे में और फिर उन खामिओ को सुधारने के तरीके भी। यही अंतर एथिकल हैकर को लीगल (Legal) बनाता हैं जबकि आम हैकिंग को अवैध (illegal).
हैकर्स के प्रकार
वाइट हैट हैकर (White Hat Hacker)
यह एथिकल हैकर का दूसरा नाम हैं।
ब्लैक हैट हैकर (Black Hat Hacker)
ब्लैक हैट हैकर वो हैकर होते हैं जो खुद के मतलब के लिए और दुसरो को हानी पहुँचाने के लिए हैक करता हैं। ब्लैक हैट हैकिंग अवैध (illegal) होती हैं और आप अगर पकडे जाते हैं तो आपको काफ़ी कड़ी सजा भी हो सकती हैं।
ग्रे हैट हैकर (Gray Hat Hacker)
ये वाइट हैट हैकर और ब्लैक हैट हैकर का मिश्रण होता है। ये हैकर बिना ग्राहक (Client) के अनुमति के सिस्टम या नेटवर्क को हैक कर उसमे खामिया निकालते हैं और फिर ग्राहक(Client) को बताते हैं। ग्रे हैट हैकर सामान्य रूप से बग बाउंटी के लिए काम करते हैं।
अब बग बाउंटी क्या होता हैं (Bug Bounty)
कभी कभी बड़े बड़े कंपनी जैसे कि गूगल, फेसबुक इत्यादि अपने नेटवर्क पर बग (Bug) ढूंढ़ने के लिए के लिए लोगो को पैसे या पुरस्कार देती हैं इसे ही बग बाउंटी (bug bounty) कहा जाता हैं।
एथिकल हैकिंग के लक्ष्य
एथिकल हैकिंग के तीन प्रकार के लक्ष्य होते है।
अब बात करते हैं कि आज के ज़माने में एथिकल हैकर्स की क्या एहमियत होती है एक कंपनी के लिए। आज कल लोगो में जागरूकता बढ़ गयी हैं डाटा और उसकी प्राइवेसी के बारे में, ऊपर से डाटा कंपनी का सबसे बड़ा रिसोर्स भी होता हैं। अगर कंपनी के डाटा को कुछ होता हैं तो वो कंपनी के नाम पर एक कलंक हो सकता हैं , और इससे कंपनी को काफी नुक्सान भी हो सकती हैं। जब कोई कंपनी एथिकल हैकर को काम पर रखता हैं तो वो इन सब हानिकारक को उस कंपनी को बचता हैं।
इसी बात पे एथिकल हैकिंग के वैधता (legality) पे भी थोड़ी सी बात की जाए
अगर कोई एथिकल हैकर अपने अनुबंध(contract) के बाहर जा कर छेड़ छाड़ करे तो वो काम अवैध (illegal) हो जाता हैं और ऐसे काम से आपकि एथिकल हैकिंग कि प्रमाणीकरण (certification) भी रद्द हो सकती हैं। अगर आपको यह आर्टिकल असंद आया हो तो इसे शेयर करना ना भूलें
" />एथिकल हैकिंग एक प्रोसेस है जिसमे कोई भी कंप्यूटर या उसके नेटवर्क के दुर्बलता (Vulnerability) को पहचानने में मदद करता है। अगर ऐसा कोई दुर्बलता (Vulnerability) पहचान में आता है तो हम उसे सुधारने की कोसिस करते है।
अगर आप आज कि कंप्यूटर इंडस्ट्रीज को विश्लेषण (Analysis) करेंगे तो आप ये देखोगे कि आज कोई भी बिज़नेस चलने के लिए केवल एक कंप्यूटर काफी नहीं है, बल्कि हमे एक कंप्यूटर का पुरा नेटवर्क चाहिए होता है, ताकि जो इंसान बिज़नेस को चला रहा होता है उससे कम्युनिकेशन करने में कोई दिक्कत ना हो। जो भी कोई ऐसे नेटवर्क को खड़ा करता है तो उसकी हैक होने की संभावना बढ़ जाती है। क्यों कि अब ये कंप्यूटर एक नेटवर्क से जुड़े हुए है। जब कोई कंप्यूटर हैक होता है तो उस कंप्यूटर से जरुरी जानकारी चुरा ली जाती है, जैसे कि क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, बैंक एकाउंट्स डिटेल्स इत्यादि। जो भी ये सब चोरी करता है वो अपने खुद के फायदे के लिए करता है तो हम उस इंसान को हैकर कहते है।
अगर आप न्यूज़ पर ध्यान देते हो तो आपने देखा होगा की हैकिंग को ले कर पूरी दुनिया में काफी हलचल हो रही है। जब भी कोई कंपनी हैक होती है तो उन्हें लाखो-करोड़ो का नुकसान होता हैं। ऐसे संभावनाओं को दूर करने के लिए आजकल काफी कंपनी एथिकल हैकर (Ethical Hacker) को अपने यहाँ अच्छी सैलेरी देकर नौकरी पर रखती हैं।
अब मन में ये सवाल उठा है कि ये एथिकल हैकर होता क्या हैं?
एथिकल हैकर और एक आम हैकर में ज्यादा अंतर नहीं होता हैं। एथिकल हैकर एक आम हैकर जैसा एक नेटवर्क को भेदन परीक्षण (Penetration Testing) कर उसमे खामिया ढूंढ़ने की कोशिश करता है। अंतर बस यही हैं कि एक एथिकल हैकर ये सब ग्राहक (Client) के अनुमति के साथ करता हैं, जबकि एक आम हैकर ये सब बिना किसी अनुमति के तहत करता हैं।
जब एक एथिकल हैकर को कोई खामिया मिलता हैं तो वो पहले अपने ग्राहक (Client) को बताता हैं इन ख़मीओं के बारे में और फिर उन खामिओ को सुधारने के तरीके भी। यही अंतर एथिकल हैकर को लीगल (Legal) बनाता हैं जबकि आम हैकिंग को अवैध (illegal).
हैकर्स के प्रकार
वाइट हैट हैकर (White Hat Hacker)
यह एथिकल हैकर का दूसरा नाम हैं।
ब्लैक हैट हैकर (Black Hat Hacker)
ब्लैक हैट हैकर वो हैकर होते हैं जो खुद के मतलब के लिए और दुसरो को हानी पहुँचाने के लिए हैक करता हैं। ब्लैक हैट हैकिंग अवैध (illegal) होती हैं और आप अगर पकडे जाते हैं तो आपको काफ़ी कड़ी सजा भी हो सकती हैं।
ग्रे हैट हैकर (Gray Hat Hacker)
ये वाइट हैट हैकर और ब्लैक हैट हैकर का मिश्रण होता है। ये हैकर बिना ग्राहक (Client) के अनुमति के सिस्टम या नेटवर्क को हैक कर उसमे खामिया निकालते हैं और फिर ग्राहक(Client) को बताते हैं। ग्रे हैट हैकर सामान्य रूप से बग बाउंटी के लिए काम करते हैं।
अब बग बाउंटी क्या होता हैं (Bug Bounty)
कभी कभी बड़े बड़े कंपनी जैसे कि गूगल, फेसबुक इत्यादि अपने नेटवर्क पर बग (Bug) ढूंढ़ने के लिए के लिए लोगो को पैसे या पुरस्कार देती हैं इसे ही बग बाउंटी (bug bounty) कहा जाता हैं।
एथिकल हैकिंग के लक्ष्य
एथिकल हैकिंग के तीन प्रकार के लक्ष्य होते है।
अब बात करते हैं कि आज के ज़माने में एथिकल हैकर्स की क्या एहमियत होती है एक कंपनी के लिए। आज कल लोगो में जागरूकता बढ़ गयी हैं डाटा और उसकी प्राइवेसी के बारे में, ऊपर से डाटा कंपनी का सबसे बड़ा रिसोर्स भी होता हैं। अगर कंपनी के डाटा को कुछ होता हैं तो वो कंपनी के नाम पर एक कलंक हो सकता हैं , और इससे कंपनी को काफी नुक्सान भी हो सकती हैं। जब कोई कंपनी एथिकल हैकर को काम पर रखता हैं तो वो इन सब हानिकारक को उस कंपनी को बचता हैं।
इसी बात पे एथिकल हैकिंग के वैधता (legality) पे भी थोड़ी सी बात की जाए
अगर कोई एथिकल हैकर अपने अनुबंध(contract) के बाहर जा कर छेड़ छाड़ करे तो वो काम अवैध (illegal) हो जाता हैं और ऐसे काम से आपकि एथिकल हैकिंग कि प्रमाणीकरण (certification) भी रद्द हो सकती हैं। अगर आपको यह आर्टिकल असंद आया हो तो इसे शेयर करना ना भूलें