Motihari. इस वक्त की बड़ी खबर है राजधानी पटना से जहां आखिरकार बड़े कयासों के लंबे इंतजार के बाद नीतीश सरकार के मंत्रिमडल का पहला विस्तार हुआ है। राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन के राजेन्द्र मंडल में सभी 17 नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी की ओर से 9 और जेडीयू के 8 नए मंत्रियों ने शपथ लिया है। इसके साथ राज्य में अब मंत्रियों की कुल संख्या 31 हो गई है।
गौरतलब है कि बिहार में एनडीए सरकार के गठन के बाद करीब पौने तीन महीने से कैबिनेट विस्तार लटका हुआ था। अंतत: बीजेपी और जेडीयू में सहमति बनने के बाद नीतीश कुमार मंत्रिमंडल मेंविस्तार हो गया है। इस कैबिनेट विस्तार में पूर्व केंद्रीय मंत्री मो.शाहनवाज हुसैन को शामिल किया गया है। कुछ दिन पहले बीजेपी उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया है। खास बात यह कि भाजपा ने प्रदेश में अपने पुराने चेहरों को दरकिनार कर दिया है। सुशील कुमार मोदी को पहले ही राज्यसभा सदस्य बनाकर प्रदेश की राजनीति से हटा दिया है। अब दो पुराने बड़े चेहरे प्रेम कुमार और नंद किशोर यादव को भी कैबिनेट विस्तार में जगह नहीं दी गई है। इस मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नीतीश सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 31 हो गई। कैबिनेट विस्तार के बाद बीजेपी कोटे के मंत्रियों की संख्या 16 हो गई है,जबकि जदयू कोटे में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री हैं। इसके अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और वीआइपी के एक-एक मंत्री शामिल हैं।
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के बाद 16 नवंबर को नीतीश कुमार के 15 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ली थी। बाद में जदयू कोटे के एक मंत्री मेवालाल चौधरी को लगे आरोपों के बाद इस्तीफा देना पड़ा था, जिससे सीएम समेत मंत्रियों की संख्या 14 रह गई थी।इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार होना जरूरी हो गया था।
ये हैं बीजेपी कोटे से मंत्री
शाहनवाज हुसैन, नितिन नवीन, नारायण प्रसाद, सुभाष सिंह, नीरज सिंह बबलू, प्रमोद कुमार, सम्राट चौधरी, आलोक रंजन झा, जनक राम।
ये हैं जदयू कोटे से मंत्री
लेसी सिंह, सुमित सिंह, संजय झा, श्रवण कुमार, मदन सहनी, जयंत राज, जमां खान और सुनील कुमार।
शाहनवाज हुसैन (बीजेपी)
राज्यपाल फागू चौहान ने नए मंत्रियों में सबसे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन को शपथ दिलाया। उन्होंने उर्दू में शपथ ली। शाहनवाज हुसैन बिहार के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कद के बराबर के नेता होंगे। शाहनवाज अटल बिहारी वाजपेयी की केंद्र सरकार में नीतीश कुमार के साथ केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।
श्रवण कुमार (जेडीयू)
बीजेपी एमएलसी शाहनवाज हुसैन के बाद नालंदा के जेडीयू विधायक श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली। नीतीश कुमार के विश्वस्त माने जाने वाले श्रवण कुमार पहले भी मंत्री रह चुके हैं। वे सात बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।
मदन सहनी (जेडीयू) : जेडीयू के मदन सहनी ने तीसरे नंबर पर शपथ ली। मदन सहनी नीतीश सरकार में खाद्य व आपूर्ति मंत्री रह चुके हैं। वे स्नात तक शिक्षा प्राप्त किये हैं।
प्रमोद कुमार (बीजेपी) : बीजेपी से प्रमोद कुमार ने चौथे नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली। वे मोतिहारी से बीजेपी विधायक हैं। प्रमोद कुमार साल 2005 से लगातार विधायक हैं। वे नीतीश सरकार में पहले भी मंत्री रहे हैं।
संजय कुमार झा (जेडीयू) : जेडीयू के संजय कुमार झा नीतीश कुमार की पिछली सरकार में जल-संसाधन मंत्री थे। उन्होंने पांचवें नबर पर शपथ ली। उन्होंने मैथिली में शपथ ली। संजय कुमार झा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विश्वस्त माना जा रहा है।
लेसी सिंह (जेडीयू) : जेडीयू विधायक लेसी सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली। लेसी सिंह जेडीयू का बड़ा चेहरा मानी जाती हैं। वे धमदाहा से विधायक हैं। पहली बार साल 2000 में विधायक बनीं लेसी सिंह अब तक पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुकी हैं।
सम्राट चौधरी (बीजेपी) : बीजेपी के एमएलसी सम्राट चौधरी ने भी मंत्री पद की शपथ ली। शकुनी चौधरी के ममबेटे सम्राट चौधरी कद्दावर नेता माने जाते हैं। वे पहले भी कई बार मंत्री रह चुके हैं।
नीरज सिंह बबलू (बीजेपी) : सुपौल के छातापुर से बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने मंत्री पद की शपथ ली। वे बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के भाई हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में परिवार के न्याय की जंग में उनकी महत्वपूण भूमिका रही है।
सुभाष सिंह (बीजेपी) : गोपालगंज से बीजेपी विधायक सुभाष सिंह ने शपथ ली। उन्हें नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार में जगह दी गई है। वे पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।
नितिन नवीन (बीजेपी) : मंत्री पद की शपथ लेने वाले बांकीपुर से बीजेपी विधायक नितिन नवीन पार्टी के युवा चेहरे हैं। वे अरएसएस से भी जुड़े हुए हैं। वे छत्तीसगढ़ में बीजेपी के सह प्रभारी हैं। गत विधानसभा चुनाव में उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को पराजित किया था।
सुमित सिंह (जेडीयू) : चकाई से निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने जेडीयू कोटे से मंत्री पद की शपथ ली। वे लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान के प्रबल विरोधी हैं। सुमित सिंह के पिता नरेंद्र सिंह पहले नीतीश कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं।
सुनील कुमार (जेडीयू) : गोपालगंज के भोरे से जेडीयू विधायक व पूर्व आइपीएस अधिकारी सुनील कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली। उनके बड़े भाई अनिल कुमार भी विधायक रह चुके हैं। गत विधानसभा चुनाव में उन्होंने महज पांच सौ वोटों से जीत दर्ज की थी। उन्हें शिक्षा मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।
जयंत राज (जेडीयू) : बांका के अमरपुर से विधायक जयंत राज ने मंत्री पद की शपथ ली। महज 33 साल के जयंत मंत्रिमंडल के सबसे युवा चेहरा हैं। उन्होंने कांग्रेस के जीतेंद्र सिंह को पराजित किया था।
आलोक रंजन झा (बीजेपी) : सहरसा के बीजेपी विधायक आलोक रंजन झा ने मंत्री पद की शपथ ली। वे पहली बार मंत्री बने हैं। आलोक रंजन ने मिथिलांचल का पाग पहनकर मैथिली में मंत्री पद की शपथ ली।
जमां खान (जेडीयू) : बीएसपी से जेडीयू में आए जमा खान ने मंत्री पद की शपथ ली। वे कैमूर के चैनपुर से विधायक हैं। जमा खान जेडीयू के एकमात्र मुस्लिम विधायक हैं।
जनक राम (बीजेपी) : पूर्व सांसद जनक राम को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। फिलहाल वो किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। जानकारी के मुताबिक उन्हें एमएलसी मनोनीत किया जा सकता है। इस तरह आखिरकार पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया।जिसमें 17 ने मंत्रीपद की शपथ ली।