इंटर पास छात्राओं को अब मिलेंगे 25 हजार
इंटर पास छात्राओं को अब 10 हजार के बदले 25 हजार रुपए की राशि मिलेगी, इसका भी फैसला हो चुका है। इस फैसलें के तहत एक अप्रैल 2021 के बाद स्नातक पास करने वाली छात्राओं को बढ़ी हुई राशि का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के तहत शिक्षा विभाग ने सीएम कन्या प्रोत्साहन योजना में राशि बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट काे भेज दिया है, जिसपें फैसला आ चुका है और यह नियम 1 अप्रैल से लागू भी हो जाएगा इसी संभावना बढ़ गई है।
सूत्रों से यह खबर आ रही है कि अगली कैबिनेट में इसे सरकार की मंजूरी मिल जाएगी। इस योजना से सालाना राज्य की 3 लाख से अधिक छात्राओं को लाभ मिलेगा। इसमें इंटर उत्तीर्ण लगभग सवा दो लाख छात्राएं होंगी। इसके पहले इस योजना के लिए विभागीय मंत्री से अनुमति के बाद प्रस्ताव पर वित्त विभाग की सहमति ली गई हैं।
साथ ही स्नातक पास छात्राओं के लिए योजना में राशि का प्रावधान 200 करोड़ से बढ़ा कर 400 करोड़ और इंटरमीडिएट में 250 करोड़ की जगह लगभग 600 करोड़ की राशि सालाना खर्च होने की संभावना विभाग के द्वारा व्यक्त की जा रही है।इस नियम के तहत इंटर पास करने वाली अविवाहित छात्राओं को इस योजना का लाभ मिलेगा जबकि स्नातक पास शादीशुदा या अविवाहित दोनों तरह की छात्राओं को लाभ मिलेगा। राज्य में यह योजना 2018 से लागू है। 2018-19 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 2018 की परीक्षा में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण 200798 छात्राओं को प्रति छात्रा 10 हजार की दर से 200 करोड़ 79 लाख 80 हजार की राशि दी गई थी।
जानकारी के लिए बता दें कि सीएम बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना 2020-21 के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके पहले 2019-20 में भी इस योजना के लिए 200 करोड़ का प्रावधान था। 2018-19 सत्र के लिए 300 करोड़ की योजना राशि का प्रावधान किया गया था।
एक हफ्ते में छात्रों के खाते में भेजे जाएंगे 25-25 हजार
बता दे, 10400 स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को प्रति छात्रा 25 हजार की दर से अगले एक सप्ताह के अंदर 26 करोड़ छात्राओं के बैंक खाता में राशि भेज दी जाएगी। शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि 5 फरवरी तक 16 हजार छात्राओं को 40 करोड़ की राशि भेज दी जाए।
5 मार्च तक 20 हजार छात्राओं को 50 करोड़ की राशि का भुगतान होगा। शेष छात्राओं को 31 मार्च तक 84 करोड़ की राशि भेजी जाएगी। शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अबतक स्नातक उत्तीर्ण 163271 छात्राओं ने आवेदन किया है। सर्टिफिकेट की जांच के बाद प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। सरकार के द्वारा चलाए जा रहें इस नियम से छात्राओं कों प्रोत्साहन भी मिल रहा है। साथ ही महिला साक्षरता दर में भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। संजीव सुमन की रिपोर्ट
" />Patna. जब से नई सरकार बनी है, नीतीश कैबिनेट बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं के नीति के तहत आए दिन नए-नए फैसलें ले रही है और उसे लागू भी कर रही है। उसी बीच बिहार सरकार ने स्नातक पास छात्राओं को अब 25 हजार के बदले 50 हजार की राशि देने की एलान कर दी है।
इंटर पास छात्राओं को अब मिलेंगे 25 हजार
इंटर पास छात्राओं को अब 10 हजार के बदले 25 हजार रुपए की राशि मिलेगी, इसका भी फैसला हो चुका है। इस फैसलें के तहत एक अप्रैल 2021 के बाद स्नातक पास करने वाली छात्राओं को बढ़ी हुई राशि का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के तहत शिक्षा विभाग ने सीएम कन्या प्रोत्साहन योजना में राशि बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट काे भेज दिया है, जिसपें फैसला आ चुका है और यह नियम 1 अप्रैल से लागू भी हो जाएगा इसी संभावना बढ़ गई है।
सूत्रों से यह खबर आ रही है कि अगली कैबिनेट में इसे सरकार की मंजूरी मिल जाएगी। इस योजना से सालाना राज्य की 3 लाख से अधिक छात्राओं को लाभ मिलेगा। इसमें इंटर उत्तीर्ण लगभग सवा दो लाख छात्राएं होंगी। इसके पहले इस योजना के लिए विभागीय मंत्री से अनुमति के बाद प्रस्ताव पर वित्त विभाग की सहमति ली गई हैं।
साथ ही स्नातक पास छात्राओं के लिए योजना में राशि का प्रावधान 200 करोड़ से बढ़ा कर 400 करोड़ और इंटरमीडिएट में 250 करोड़ की जगह लगभग 600 करोड़ की राशि सालाना खर्च होने की संभावना विभाग के द्वारा व्यक्त की जा रही है।इस नियम के तहत इंटर पास करने वाली अविवाहित छात्राओं को इस योजना का लाभ मिलेगा जबकि स्नातक पास शादीशुदा या अविवाहित दोनों तरह की छात्राओं को लाभ मिलेगा। राज्य में यह योजना 2018 से लागू है। 2018-19 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 2018 की परीक्षा में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण 200798 छात्राओं को प्रति छात्रा 10 हजार की दर से 200 करोड़ 79 लाख 80 हजार की राशि दी गई थी।
जानकारी के लिए बता दें कि सीएम बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना 2020-21 के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके पहले 2019-20 में भी इस योजना के लिए 200 करोड़ का प्रावधान था। 2018-19 सत्र के लिए 300 करोड़ की योजना राशि का प्रावधान किया गया था।
एक हफ्ते में छात्रों के खाते में भेजे जाएंगे 25-25 हजार
बता दे, 10400 स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को प्रति छात्रा 25 हजार की दर से अगले एक सप्ताह के अंदर 26 करोड़ छात्राओं के बैंक खाता में राशि भेज दी जाएगी। शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि 5 फरवरी तक 16 हजार छात्राओं को 40 करोड़ की राशि भेज दी जाए।
5 मार्च तक 20 हजार छात्राओं को 50 करोड़ की राशि का भुगतान होगा। शेष छात्राओं को 31 मार्च तक 84 करोड़ की राशि भेजी जाएगी। शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अबतक स्नातक उत्तीर्ण 163271 छात्राओं ने आवेदन किया है। सर्टिफिकेट की जांच के बाद प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। सरकार के द्वारा चलाए जा रहें इस नियम से छात्राओं कों प्रोत्साहन भी मिल रहा है। साथ ही महिला साक्षरता दर में भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। संजीव सुमन की रिपोर्ट