नई दिल्ली / दिल्ली के नार्थ ईस्ट इलाके में शनिवार को शुरू हुई दंगे में अब तक 35 लोगो को मौत हो चुकी है एवं लगभग 200 लोग घायल है जिनका इलाज Guru Teg Bahadur Hospital में हो रहा है। वही आम आदमी पार्टी (AAP) पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) के दंगे में शामिल होने की खबरे आ रही है, उनके घर के छत से भरी मात्रा में पत्थर, गुलेल, तेजाब एवं पेट्रोल बम पुलिस ने बरामद किए है, लोगो ने आरोप लगाया है की हिंसा भड़काने में उनका हाथ है, हालाँकि आप नेता एवं पार्षद ताहिर हुसैन ने मीडया के सामने अपने आप को निर्दोष बताया एवं कहाँ मुझ पर लगे सारे आरोप झूठे है, मेरे घर में बरामद पत्थर, गुलेल, तेजाब एवं पेट्रोल बम मेरा नहीं है। ताहिर का कहना है कि घटना के समय वह अपने घर पर नहीं थे, इनसब के पीछे बीजेपी नेता का हाथ है वे मुझे बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।
हालंकि पहले भी ताहिर के घर की छत से पथराव और पेट्रोल बम फेंके जाने के वीडियो सामने आए है ।
AAP पार्षद ताहिर के घर के नाले से मिला कॉन्स्टेबल का शव
आपको बता दे ताहिर हुसैन के घर के नाले से अभी तक 3 लाशे पुलिस ने बरामद किए है, वही शोसल मीडिया पे वीडियो वायरल हो रही है जिसमे दंगाई ताहिर हुसैन के घर के नाले में लाशे फेकते हुए दिख रहे है। वही मृतक अंकित शर्मा (आईबी कॉन्स्टेबल) के परिजनों का कहना है की उनके बेटे के मौत के जिम्मेदार ताहिर हुसैन एवं उनके समर्थक है, आपको बता दे हिंसा में उपद्रवियों ने अंकित की हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया था।
वही दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल यह जानते हुए की हिंसा से जुडी भारी मात्रा में पत्थर, गुलेल, तेजाब एवं पेट्रोल बम इत्यादि उनके नेता से घर से बरमाद हुए है उन्हें उसपर उचित कार्यवाही करने के बजाय उसके बचाव में जुटे है, अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री है एवं उनका दायित्व बनता है की दंगा-शांत करवाने का प्रयाश करें, लोगो से अपील करें शांत रहने की, लेकिन केजरीवाल बजाय इसके विधानसभा में हिंसा में मरे लोगो का मजहबे बताने में लगे है आखिर ऐसा कर वे क्या साबित करना चाहते है।
सोनिया गाँधी ने राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा
कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समते कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओ ने आज राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की एवं दिल्ली में हुए हिंसा पर ज्ञापन देकर इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
अबतक हिंसा को लेकर दिल्ली के अलग-अलग थानों में 48 केस दर्ज किए गए हैं एवं 100 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है जिनसे पूछ-ताछ किया जा रहा है।