नई दिल्ली / दिल्ली पुलिस का हिंसा प्रभावित नार्थ ईस्ट दिल्ली के इलाके में बड़ा एलान, उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के दिए आदेश। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के मुद्दे को लेकर लगातार तीन दिनों से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दो समुदायों के बीच तनाव एवं हिंसा की हालात बद से बदतर होते जा रही है। वही सूत्रों के मुताबिक चांद बाग से जाफराबाद तक पूर्वोत्तर दिल्ली के कई इलाको में सोमवार को हो रही हिंसक झड़पों के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर अब 18 हो गई है, वही 60 पुलिस वाले और 160 आम नागरिक घायल हुए हैं। घायलों को गुरू तेग बहादुर अस्पताल (GTB Hospital) में भर्ती कराया गया है
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के कारन हालात बिगड़ने के बाद पुलिस ने दंगाईयो को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिया है। दिल्ली पुलिस ने रात आठ बजे के करीब यमुना विहार इत्यादि इलाको में अनाउंसमेंट कर लोगों को हिदायत दी कि वे घरों में रहें, बाहर ना निकले। वही दिल्ली पुलिस के एसीपी अनाउंसमेंट कर रहे थे ”घरों में रहें, देखते ही गोली मारने के आदेश हैं” यमुना विहार समेत दिल्ली के कई इलाके में में कर्फ्यू लगा दिया गया है। आज दिल्ली के चांद बाग से जाफराबाद तक पूर्वोत्तर दिल्ली के इलाकों में जो खूनी तांडव हुआ उसे देख रूह कांप जाती है लगता है इन्हे कोई रोकने वाला ही नहीं, दिन पर दिन हालत बद से बदतर होते जा रही है।
दिल्ली में कहाँ-कहाँ हुई हिंसा
दिल्ली के ज्योति नगर अशोक नगर कबीर नगर यमुना विहार खजूरी ख़ास चाँद बाग शेखपुर भजन पुरा जाफराबाद मौजपुर करावल नगर कर्दमपुरी गोकुलपुरी इत्यादि इलाके में देखने को मिला दंगाईयो का विकराल रूप
आखिर कौन है ? इस खुनी खेल का जिम्मेदार
करावल नगर में दंगाईयो का विकराल रूप देखने को मिला दंगाईयो ने घर की छतों से अर्धसैनिक बलों (Paramilitary Forces) के ऊपर तेजाब फेंका, वही चाँद बाग में दंगाईयो ने एक मोटर साइकिल के शोरूम में आग लगा दिया। दिल्ली के उत्तरी-पूर्वी इलाके में चारो तरफ आगजनी, पत्थरबाजी गोलीबारी, लोगो को सड़को पर घसीटना, दुकाने लूटना, गाड़िया जलाना मनो देश की राजधानी दिल्ली को दंगाईयों ने कश्मीर बना दिया है, आखिर कौन लोग है? इनके पीछे।
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में पूरे एक महीने के लिए धारा 144 लागू
दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के मुताबिक उत्तर पूर्वी दिल्ली में 4 जगहों मौजपुर जाफराबाद, चांदबाग और करावलनगर में पुरे एक महीने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। वही दिल्ली पुलिस, SSB, CRPF, ITBP एवं कई अन्य अतिरिक्त पुलिसबलों के जवान दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर तैनात हो चुके है। वही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तर पूर्व दिल्ली के सरे स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रहने के निर्देश दिए है।
आखिर कैसे भड़की हिंसा
दिल्ली उत्तर-पूर्वी इलाके में हिंसा की शुरुआत शनिवार शाम को हुई थी, जब जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी CAA के विरोद्ध में जुटने लगे, तभी दो समुदायों के बिच CAA को लेकर धक्का-मुक्की से हुई शुरुआत, पत्थरबाजी फिर आगजनी से होते हुए दंगे का रूप ले लिया।
हिंसा में मारे गए कॉन्स्टेबल रतनलाल
इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल मारे गए, ज्ञात हो की वे बुखार से पीड़ित होने के बाद भी ड्यूटी पर तैनात थे वे मूलरूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। उनके परिवार में बारह साल की बेटी सिद्धि, दस साल की बेटी कनक और सात साल का बेटा राम है।
हिंसा बहाली के लिए राजघाट पर केजरीवाल ने किया प्रार्थना
जहाँ पूरी दिल्ली दंगाईयो के कहर से जल रही है वही दिल्ली की सरकार दंगाईयो को रोकने या किसी भी तरह के रोकथाम करने के बजाये, हाथ पर हाथ धरे तमाशबीन की तरह रोल निभा रही है, एक तरफ दिल्ली जल रही है तो दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली में शांति बहाली एवं नागरिकों को पूज्य बापू के अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने के लिये अपने तमाम अन्य साथियों के साथ मंगलवार को राजघाट स्थित महत्मा गाँधी के समाधी पर प्रार्थना कर रहे थे।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल पहुंचे सीलमपुर
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के बाद सीलमपुर में उत्तर-पूर्व पुलिस उपायुक्त कार्यालय पहुँचे।