UP. देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर दिन पर दिन भयावह होती दिख रही है। वहीं इस महामारी के संकट में नोएडा से एक बेहद ही दर्दनाक तस्वीर सामने आई है। जहां अपने इकलौते बेटे की जान बचाने के लिए एक बेबस, लाचार मां सीएमओ (CMO) डॉ. दीपक ओहरी के पैरों पर गिर रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए गुहार लगाती रही। फिर भी अपने इकलौते बेटे को नहीं बचा सकी। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, नोएडा की ग्राम खोड़ा कॉलोनी की रहने वाली रिंकी देवी का इकलौता बेटा कोरोना का संक्रमित हो गया था। उसका नोएडा सेक्टर 51 स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने रिंकी देवी को रेमडेसिविर इंजेक्शन लाकर देने का पर्चा थमा दिया। रिंकी देवी को पता चला कि ये इंजेक्शन सेक्टर 39 के सीएमओ दफ्तर से मिलेगा। बेटे की जान बचाने की कोशिश में मां भागी भागी सीएमओ दफ्तर की दहलीज पर पहुंच गई।
काफी देर तक इस खिड़की से उस खिड़की भागते जब रिंकी देवी को लगा कि इंजेक्शन नहीं मिल पायेगा, तभी उसका सामना सीएमओ डॉक्टर दीपक ओहरी से हो गया। सीएमओ को देखते ही रिंकी देवी उनके पैरों में गिर गईं और बेटे की जिंदगी बचाने की फरियाद करते हुए इंजेक्शन की मांग करने लगीं। लेकिन सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी की बात कहकर मदद करने से इनकार कर दिया।
लाचार, बेबस और बदकिस्मत मां शाम 4:00 बजे तक सीएमओ दफ्तर में मदद का इंतजार करती रही, लेकिन उसे एक अदद इंजेक्शन नसीब नहीं हुआ। शाम करीब 4:30 बजे जब वह खाली हाथ सेक्टर-51 के अस्पताल में पहुंची, तब तक उसके जवान बेटे की सांसों की डोर टूट चुकी थी।
जेल भेजने की धमकी
नोएडा में रीना देवी का ही एक मामला नहीं है बल्कि कई और मामले देखने को मिल रहे है। मंगलवार को ही सीएमओ कार्यालय का एक और वीडियो वायरल हुआ है। जिसमे उन महिलाओं को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है, जो बार-बार रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सीएमओ दफ्तर पहुंच रही हैं। उन महिलाओं को चेतावनी देते हुए हवालात भेजने की बात कही गई है। बता दें कि दिल्ली से सटे नोएडा में भी कोरोना का कहर जारी है। दवाओं और ऑक्सीजन के लिए लोग परेशान हैं। रोजाना नोएडा में कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। आरोप है कि कोई अधिकारी बहुत एक्टिव नजर नहीं आ रह।