जानकारी के अनुसार नारायणसामी ने प्रभारी LG तमिलिसाई सौंदर्यराजन को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
बता दे, उपराज्यपाल तमिलसाईं सुंदरराजन ने नारायणसामी सरकार को विधानसभा में आज शाम पांच बजे तक बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था, लेकिन उसके पहले उन्होंने बहुमत नहीं होने पर उपराज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया।
गवर्नर हाउस से निकलकर नारायणस्वामी ने मीडिया से कहा कि स्पीकर ने हमारी मांग को ठुकरा दिया (BJP के 3 नॉमिनेटेड MLAs को वोट न करने देने की मांग), जिसके चलते हमने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया और मैंने अपने मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया है।
पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने के बाद लगभग एक घंटे तक सदन को संबोधित किया और उसके बाद सभी सदस्यों के साथ वॉकआउट कर गये। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष वी. पर. शिवकोलोंथु ने घोषणा की कि श्री नारायणसामी की ओर से पेश विश्वास प्रस्ताव गिर गया है और सरकार ने बहुमत खो दिया है। इसके बाद सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। सीएम ने अपना इस्तीफा उपराज्यपाल को सौंप दिया है। विश्वास मत खोने के बाद अब मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
नारायणसामी ने उपराज्यपाल तमिलसाई से मुलाकात के बाद कहा, “खुद, मंत्रियों, कांग्रेस और डीएमके विधायकों और निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दे दिया है और इसे स्वीकार कर लिया गया है।” आगे सीएम ने केंद्र और पूर्व एलजी किरण बेदी पर आरोप लगाते हुए कहा, “पूर्व एलजी किरण बेदी और केंद्र का विपक्ष के साथ सांठगांठ ने सरकार को गिराने की कोशिश की है। यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी के लोग हम पर भरोसा करते हैं। यह लोगों द्वारा चुनी गई सरकार है।”
बता दें कि कांग्रेस विधायक जॉन कुमार ने बीते मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही गत एक माह में वह चौथे विधायक हो गए हैं जिन्होंने विधायक पद छोड़ा है। मौजूदा सदन में कांग्रेस नीत गठबंधन के अब 14 विधायक रह गए हैं। इस मौके का लाभ उठाते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से इस्तीफा मांगते हुए कहा था कि सरकार अल्पमत में है। हालांकि, नारायणसामी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए दावा किया था कि उनकी सरकार को सदन में ‘बहुमत’ हासिल है। उल्लेखनीय है कि पुडुचेरी विधानसभा के लिए अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं। खबरों के अनुसार,सत्तारूढ़ गठबंधन की संख्या रविवार को दो नए इस्तीफे के बाद घटकर 11 हो गई थी। वहीं 33 सदस्यीय विधानसभा में विपक्ष के पास 14 विधायकों का समर्थन था। आज सदन में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों को पार्टी के प्रति वफादार होना चाहिए। वहीं उन्होंने पूर्व राज्यपाल और केंद्र सरकार पर विपक्ष के साथ साठगांठ करने का भी आरोप लगाया है।
राहुल पर भाजपा का तंज
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने पुड्डुचेरी में कांग्रेस सरकार गिरने पर राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने अंग्रेजी में एक कहावत ट्वीट की जिसका अर्थ कुछ यूं निकलता है- जहां-जहां पैर पड़े वहां हुआ बंटाधार। उन्होंने लिखा, ‘राहुल गांधी पुड्डुचेरी गए और अपने मिडास टच को सच साबित किया। कांग्रेस ने केंद्र शासित प्रदेश में अपनी सरकार गंवा दी है।’
अनिश्चितकाल के लिए विधानसभा हुई स्थगित
विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि नारायणसामी सरकार बहुमत साबित नहीं कर सकी और सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। सरकार के पास संख्या बल नहीं है,और सरकार ने इस्तीफा भी दे दिया है।
अपने विधायकों को एकजुट नहीं रख पाई कांग्रेस
विपक्ष के नेता और ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के संस्थापक नेता एन रंगासामी ने कहा कि कांग्रेस अपने विधायकों को एकजुट रखने में विफल रही।
" />इस वक्त की बड़ी खबर पुडुचेरी से है। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कांग्रेस पार्टी और डीएमके के गठबंधन की सरकार गिर गई है।
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी सोमवार को सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाए।
जानकारी के अनुसार नारायणसामी ने प्रभारी LG तमिलिसाई सौंदर्यराजन को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
बता दे, उपराज्यपाल तमिलसाईं सुंदरराजन ने नारायणसामी सरकार को विधानसभा में आज शाम पांच बजे तक बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था, लेकिन उसके पहले उन्होंने बहुमत नहीं होने पर उपराज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया।
गवर्नर हाउस से निकलकर नारायणस्वामी ने मीडिया से कहा कि स्पीकर ने हमारी मांग को ठुकरा दिया (BJP के 3 नॉमिनेटेड MLAs को वोट न करने देने की मांग), जिसके चलते हमने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया और मैंने अपने मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया है।
पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने के बाद लगभग एक घंटे तक सदन को संबोधित किया और उसके बाद सभी सदस्यों के साथ वॉकआउट कर गये। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष वी. पर. शिवकोलोंथु ने घोषणा की कि श्री नारायणसामी की ओर से पेश विश्वास प्रस्ताव गिर गया है और सरकार ने बहुमत खो दिया है। इसके बाद सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। सीएम ने अपना इस्तीफा उपराज्यपाल को सौंप दिया है। विश्वास मत खोने के बाद अब मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
नारायणसामी ने उपराज्यपाल तमिलसाई से मुलाकात के बाद कहा, “खुद, मंत्रियों, कांग्रेस और डीएमके विधायकों और निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दे दिया है और इसे स्वीकार कर लिया गया है।” आगे सीएम ने केंद्र और पूर्व एलजी किरण बेदी पर आरोप लगाते हुए कहा, “पूर्व एलजी किरण बेदी और केंद्र का विपक्ष के साथ सांठगांठ ने सरकार को गिराने की कोशिश की है। यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी के लोग हम पर भरोसा करते हैं। यह लोगों द्वारा चुनी गई सरकार है।”
बता दें कि कांग्रेस विधायक जॉन कुमार ने बीते मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही गत एक माह में वह चौथे विधायक हो गए हैं जिन्होंने विधायक पद छोड़ा है। मौजूदा सदन में कांग्रेस नीत गठबंधन के अब 14 विधायक रह गए हैं। इस मौके का लाभ उठाते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से इस्तीफा मांगते हुए कहा था कि सरकार अल्पमत में है। हालांकि, नारायणसामी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए दावा किया था कि उनकी सरकार को सदन में ‘बहुमत’ हासिल है। उल्लेखनीय है कि पुडुचेरी विधानसभा के लिए अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं। खबरों के अनुसार,सत्तारूढ़ गठबंधन की संख्या रविवार को दो नए इस्तीफे के बाद घटकर 11 हो गई थी। वहीं 33 सदस्यीय विधानसभा में विपक्ष के पास 14 विधायकों का समर्थन था। आज सदन में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों को पार्टी के प्रति वफादार होना चाहिए। वहीं उन्होंने पूर्व राज्यपाल और केंद्र सरकार पर विपक्ष के साथ साठगांठ करने का भी आरोप लगाया है।
राहुल पर भाजपा का तंज
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने पुड्डुचेरी में कांग्रेस सरकार गिरने पर राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने अंग्रेजी में एक कहावत ट्वीट की जिसका अर्थ कुछ यूं निकलता है- जहां-जहां पैर पड़े वहां हुआ बंटाधार। उन्होंने लिखा, ‘राहुल गांधी पुड्डुचेरी गए और अपने मिडास टच को सच साबित किया। कांग्रेस ने केंद्र शासित प्रदेश में अपनी सरकार गंवा दी है।’
अनिश्चितकाल के लिए विधानसभा हुई स्थगित
विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि नारायणसामी सरकार बहुमत साबित नहीं कर सकी और सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। सरकार के पास संख्या बल नहीं है,और सरकार ने इस्तीफा भी दे दिया है।
अपने विधायकों को एकजुट नहीं रख पाई कांग्रेस
विपक्ष के नेता और ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के संस्थापक नेता एन रंगासामी ने कहा कि कांग्रेस अपने विधायकों को एकजुट रखने में विफल रही।