पटना. कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लाॅकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं के लिए खुशी की खबर है।
बता दे, बुधवार को केंद्र सरकार के द्वारा लॉकडाउन के 35 दिनों बाद प्रवासी मजदूरों छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी राहत दी गयी है। वही केंद्र के इस फैसले के बाद बिहार सरकार ने कोटा में फंसे छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों में फंसे लोगो को लाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। घर लाने से पहले सभी का बिहार की सीमा पर स्क्रीनिंग किया जायेगा। जांच के बाद उन्हें होम क्वारैंटाइन में रखा जाएगा।
केंद्र सरकार को नितीश ने दिया धन्यवाद
वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लाॅकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं, श्रद्धालुओं, पर्यटकों एवं अन्य लोगों के आवागमन में छूट देने के लिए केन्द्र सरकार के निर्णय पर केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया है। मुख्यमंत्री नितीश ने कहा यह हमलोगों का केंद्र सरकार से मांग था और उस पर केन्द्र सरकार ने सकारात्मक निर्णय लिया है, केंद्र सरकार का यह निर्णय उपयुक्त एवं स्वागत योग्य है।
उनका कहना है केंद्र सरकार के इस फैसले से बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में फंसे हुए बिहार आने को इच्छुक प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं, श्रद्धालुओं, पर्यटकों तथा अन्य लोगों को यहां आने में सुविधा होगी और उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।
नितीश ने कहा केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश का अनुपालन जनहित में है और सबको इसका पालन करना चाहिए। बिहार सरकार ने इस मामले में केन्द्र सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम के अन्तर्गत जारी दिशा-निर्देशों का हमेशा अनुपालन किया है।