रक्सौल । ‘निर्भया कांड’ से भी बड़ी दरिंदगी सामने आई है। रक्सौल की एक मासूम बेटी के साथ दिल दहला देने वाली हैवानियत ने झकझोर डाला है। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना से लोग सहम गए है। एक बार फिर लडकिया असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
ताजा घटना में एक 12 साल की नाबालिग लड़की से चार दिनों तक नशे का इंजेक्शन देकर गैंगरेप किया गया और बाद में उसके परिवार को यह धमकी देकर छोड़ा गया कि यदि घटना के बारे में किसी को बतायेगी तो जान से हाथ धोना पड़ेगा |
हालांकि पीड़िता की मां और मामा ने हिम्मत दिखायी और मामले को लेकर पुलिस के पास न्याय के लिए पहुंचे। इसके बाद मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना का खुलासा हो सका और पुलिस हरकत में आई। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार एक नाबालिग लड़की को रक्सौल थाना क्षेत्र अंतर्गत हरदीया पंचायत के वार्ड नंबर 5 निवासी सलाउदिन अंसारी के पुत्र सोहेल अंसारी व उसके सहयोगी नवका टोला के ही जितेन्द्र कुमार के द्वारा बहला-फुसला कर बीते गुरूवार (9 मई) को रक्सौल से अगवा कर लिया गया।पहले उसे रक्सौल के बाइपास में संचालित एक चप्पल फैक्ट्री के मकान में रखा गया। यहां उसके गैंगरेप किया गया।लड़की हल्ला न कर सके, इसके लिए उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया जाता रहा। पुलिस सुत्रों और अस्पताल सुत्रों की माने तो पीड़िता ने बताया है कि जब-जब उसे होश आता था, उसे इंजेक्शन दे दिया जाता था।बर्बरता की जाती थी। मानवता के दुश्मनों ने 4 दिनों तक पीड़िता के साथ इस घटना को अंजाम दिया और इसके बाद रविवार की शाम उसे रामगढ़वा लाकर उसके परिजनों को खबर दी कि तुम्हारी बेटी यहां है, इसे आकर ले जाओ। परिजन जब नाबालिग को लेने के लिए पहुंचे तो उन्हे धमकी दी गयी कि किसी को यदि कुछ बताया तो जान से मार देगें। पीड़िता जब रविवार की शाम अपने घर पहुंची तो उसके प्राइवेट पार्ट से अधिक मात्रा में रक्त स्त्राव हो रहा था। बेटी के साथ हुई हैवानियत को देख मां ने हिम्मत बनायी और उसे लेकर रक्सौल थाना पहुंची। पुलिस ने भी तत्काल मामले का संज्ञान लिया और पीड़िता को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भेजा गया, यहां उसकी हालत लगातार बिगड़ती रही। जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए पीड़िता को मोतिहारी तथा बाद में वहां से मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया। अभी पीड़िता का एस के एम सी एच अस्पताल में इलाज चल रहा है।जहां उसकी हालत गंभीर बतायी जा रही है. इधर, इस मामले में पुलिस ने छापेमारी कर एक आरोपी जितेन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जबकि इस मामले को लेकर रक्सौल थाना में कांड संख्या 167/24 दर्ज करते हुए फरार आरोपी और इसमें सहयोग करने वाले लोगों की तलाश की जा रही है। थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा ने बताया कि मामला दर्ज कर पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही है। वहीं डीएसपी धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि कुछ और भी सुराग हाथ लगा है, जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है।
पीड़िता अस्पताल में इंजेक्शन देखकर खो रही होश हवास
रक्सौल : गैंगरेप की पीड़ित नाबालिग लड़की को जब अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया तो वह यहां इंजेक्शन देखकर भी डर जा रही थी।उसके शरीर पर कई जगह इंजेक्शन लगने के निशान मिले है।हैवानों ने शरीर में जहां मौका मिला, वहां इंजेक्शन देकर उसे बेहोश किया है। इलाज के दौरान दर्द कम करने के लिए जब डॉक्टर इंजेक्शन देने की कोशिश कर रहे थे तो वह बार-बार चिल्ला रही थी।नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर एक अस्पताल कर्मचारी ने बताया कि उसने अपने जीवन काल में पहला ऐसा मामला देखा है कि जिसमें हैवानियत की सारी हदे पार हो गयी है।नाबालिग बच्ची के शरीर का प्राइवेट पार्ट पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था
जिसका उपचार यहां संभव नहीं था।अधिक रक्त स्त्राव होने के कारण वह बार-बार बेहोश हो रही थी।
वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान में जुटी पुलिस
रक्सौल : सीमा क्षेत्र में गैंगरेप के इस मामले में पुलिस वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान में जुटी है। मीडिया के सवालों से बचते हुए पुलिस इस मामले में अभी खुलकर कुछ नहीं बता रही है। थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा लगातार मामले को लेकर किये जा रहे सवाल के बीच वरीय अधिकारियों से बात करने की बात करते रहे तो डीएसपी धीरेंद्र कुमार के द्वारा भी इस मामले को कुछ खास नहीं बताया जा रहा था।पुलिस सुत्रों की माने तो पुलिस की प्राथमिकता इस मामले में नामजद आरोपी सौहेल अंसारी की गिरफ्तारी करना है। उसकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले से जुड़े दूसरे लोगों के बारे में खुलासा हो सकता है।
दरिंदो पर स्पीडी ट्रायल कर फांसी की सजा की उठ रही मांग
रक्सौल : 12 साल की नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप की घटना के बाद लोग आरोपियों का स्पीडी ट्रॉयल चलाकर फांसी की सजा देने की मांग कर रहे है।इस तरह की हैवानियत का रक्सौल के इलाके में कई दशकों के बीच यह पहला मामला है।जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में जो आरोपी शामिल है, वे लोग पहले भी इस प्रकार लड़कियों को अपने झांसे में लेकर इस तरह की घटना को अंजाम देते थे और बाद में डरा-धमका कर उन्हें चुप करा दिया जाता था। इसमें एक आरोपी खुद को कथित पत्रकार (यू-ट्यूबर) बता कर सीमा क्षेत्र में संचालित कई ऑर्केष्ट्रा संचालकों का शोषण करता था।पैसे के उगाही के साथ-साथ ऑर्केष्ट्रा संचालकों से लड़की की भी डिमांड करता था
आरोपी युवक कभी कथित पुलिस तो कभी कथित पत्रकार बनकर लड़कियों का शोषण करता था। इसके साथ इसके गैंग में शामिल अन्य आरोपी नशे का भी कारोबार करते है। पुलिस को इनके बारे में लगातार खबर मिल रही थी, इस बीच यह मामला सामने आने के बाद आरोपी फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।