जिसके बाद राजीव नगर पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 306, 341, 342, 380, 406 और 420 के तहत एफआईआर दर्ज हो गई।
सुशांत के पिता द्वारा गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर एफआईआर के बाद यह मामला और ज्यादा पेचीदा हो गया। एफआईआर के बाद से सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई में रिया ने सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया? फ़िलहाल यह जांच का विषय है, और पुलिस इसका जवाब तलाश रही है। लेकिन अब जो तथ्य सामने निकल कर आ रहें है, उससे रिया चक्रवर्ती संदेह के दायरे में आ गई है।
वैसे देखा जाए तो यह मुमकिन भी हो सकता है कि रिया ही सुशांत की मौत की असली वजह हो सकती है। क्यों कि जिस तरह से वे सुशांत के हर मामले में हस्तक्षेप करने लगी थी, उनके तीन कंपनियों में से दो की डायरेक्टर भी है। साथ ही उनपर सुशांत के खाते से करोड़ो रुपए निकालने का आरोप के के सिंह लगा चुके है।
आरोप साबित होने पर कितनी सजा मिल सकती है
इंडियन पीनल कोड यानी भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 306 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति आत्महत्या करता है और उसे यदि किसी ने इसेक लिए उकसाया है तो उसे दंडित किया जा सकता है। आरोप सिद्ध होने पर दोषी को अधिकतम दस वर्ष जेल और आर्थिक दंड किया जाता है। आम तौर पर दोषी से वसूला गया जुर्माना मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता के तौर पर दिया जाता है।
" />Sushant Case New Update. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के सुसाइड केस में अब नया मोड़ सामने आया है। दिवंगत अभिनेता सुशांत के पिता के के सिंह (Krishna Kishor Singh) ने सुशांत के गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) समेत उनके परिवार के 5 लोगों के खिलाफ पटना के राजीव नगर थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज कराई है।
जिसके बाद राजीव नगर पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 306, 341, 342, 380, 406 और 420 के तहत एफआईआर दर्ज हो गई।
सुशांत के पिता द्वारा गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर एफआईआर के बाद यह मामला और ज्यादा पेचीदा हो गया। एफआईआर के बाद से सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई में रिया ने सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया? फ़िलहाल यह जांच का विषय है, और पुलिस इसका जवाब तलाश रही है। लेकिन अब जो तथ्य सामने निकल कर आ रहें है, उससे रिया चक्रवर्ती संदेह के दायरे में आ गई है।
वैसे देखा जाए तो यह मुमकिन भी हो सकता है कि रिया ही सुशांत की मौत की असली वजह हो सकती है। क्यों कि जिस तरह से वे सुशांत के हर मामले में हस्तक्षेप करने लगी थी, उनके तीन कंपनियों में से दो की डायरेक्टर भी है। साथ ही उनपर सुशांत के खाते से करोड़ो रुपए निकालने का आरोप के के सिंह लगा चुके है।
आरोप साबित होने पर कितनी सजा मिल सकती है
इंडियन पीनल कोड यानी भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 306 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति आत्महत्या करता है और उसे यदि किसी ने इसेक लिए उकसाया है तो उसे दंडित किया जा सकता है। आरोप सिद्ध होने पर दोषी को अधिकतम दस वर्ष जेल और आर्थिक दंड किया जाता है। आम तौर पर दोषी से वसूला गया जुर्माना मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता के तौर पर दिया जाता है।