एक Ethical Hacker (एथिकल हैकर) हर रोज़ कुछ Security Threats (सिक्योरिटी थ्रेट्स) के साथ डील करता हैं। ऐसे में सबसे पहले ये ज़रूरी हैं कि आपको इन सिक्योरिटी थ्रेट्स की जानकारी हो।
तो आईये हम आपको बताते है कि असल में सिक्योरिटी थ्रेट्स होता क्या हैं? Security Threats (सिक्योरिटी थ्रेट्स) एक प्रकार का जोखिम (Risk) होता है, जो किसी Computer System या संगठन (Organization) को नुकसान पंहुचा सकता है। जैसे कि Computer System के डाटा को चुराना या फिर वायरस का अटैक (Virus Attack) कर कंप्यूटर (Computer) को नुकसान पहुँचाना, अब किसी भी कंप्यूटर के सिक्योरिटी (Security) के लिए पहला कदम होता हैं इन सिक्योरिटी थ्रेट्स को पहचानना।
सिक्योरिटी थ्रेट्स दो प्रकार के होते हैं:
Physical Threats (भौतिक थ्रेट्स) : अगर कोई सख्स अपने कंप्यूटर पर खुद आ के उससे हानी पहुचाये तो उसे हम भौतिक थ्रेट्स (Physical Threats) का उदाहरण मान सकते हैं। भौतिक खतरे (Physical Threats) तीन प्रकार के होते हैं।
Internal Threats (आंतरिक खतरे) : आपके कंप्यूटर में आग लगना, पॉवर सप्लाई का Unstable होना, कमरे humidity (नमी) का होना आदि को हम आंतरिक खतरे (internal threats) का उदाहरण मान सकते हैं।
External Threats (बाहरी खतरे) : अगर आपके घर पर जबिली के समस्या के वजह से वोल्टेज कि दिक्कत हो और उससे आपका कंप्यूटर ख़राब हो जाता हैं तो उसे बाहरी खतरे (External Threats) का दाहरण माना जा सकते हैं।
Human Threats (मानव खतरे) : इसमें किसी मनुष्य के द्वारा Computer System को चोरी करना, हार्डवेयर को नुकसान पहुँचाना, या गलती से Computer System को तोड़ देना आदि सम्मिलित होता है।
Non-Physical Threats (गैर-भौतिक खतरे)
अगर आपके Computer System को कोई मालवेयर या वायरस (Malware Or Virus) हानी पहुंचा रहा हैं तो उस मालवेयर (Malware) को हम गैर-भौतिक (Non-Physical) का उदाहरण मान सकते हैं। अब आगे बढ़ते हैं और गैर-भौतिक खतरे (Non-Physical Threats) के बारे में बात करते हैं अगर आप एक एथिकल हैकर बनते है हो तो आपको हर रोज़ ऐसे गैर-भौति खतरे (Non-Physical Threats) के साथ Deal करना पड़ेगा। जैसे की वर्म्स (worms), वायरस (virus), ट्रोजन्स (Trojans),स्पायवेयर (Spyware) गैर-भौतिक (Non-Physical Threats) इत्यादि, एथिकल हैकर के रूप में आपका काम होता है इन Non-Physical Threats को पहचानना और उससे सिस्टम को सुरक्षित रखना। एक कंप्यूटर को ऐसे चीज़ो से सुरक्षित रखने के लिए आप कुछ प्रमुख Preventive तरीके भी आजमा सकते हैं। जैसे कि Logical Security Measures को सेटअप कर,
संज्ञानात्मक साइबर सुरक्षा उपाय (Cognitive Cybersecurity Measure) उपकरण (tools) को इनस्टॉल कर, अलग अलग प्रकार के प्रमाणीकरण प्रणाली (Authentication System) का इस्तेमाल कर जैसे कि पासवर्ड ऑथेंटिकेशन (Password Authentication) या फिर वो ऑथेंटिकेशन जो बायोमेट्रिक (Biometric) के द्वारा।
एथिकल हैकर अपने ग्राहक कंपनी में Intrusion Detection Systems (निर्देश पहचान तंत्र) या फिर Intrusion Prevention Systems (घुसपैठ की रोकथाम प्रणाली) इनस्टॉल कर सकते हैं। ये दो टूल्स आज के ज़माने में Non-Physical Threats को रोकने में काफी महत्वपूर्ण भी माने जाते हैं।
जाने Ethical Hacker के Skills Set के बारे में
दोस्त अगर आप सच में एक Ethical Hacker बनना चाहते हैं तो आपको पूरी तरह अपने आप को Ethical Hacking के लिए समर्पित करना होगा।
आपको प्रोग्रामिंग भाषा (Programming language) सीखनी पड़ेगी।
जैसे कि : HTML,JS, PHP, PYTHON, C, C++, JavaScript, Java, Oracle, Ruby, CSS, and SQL etc.
आपको सारी ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) की भी गहरी जानकारी (In-Depth Knowledge) रखनी पड़ेगी, जैसे कि Linux, Windows & Mac OS Operating System
ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) और प्रोग्रामिंग भाषा (Programming Language) के अलावे एक एथिकल हैकर को नेटवर्किंग का भी गहरा ज्ञान (In-Depth Knowledge) होना चाहिए। अगर आपको यह आर्टिकल असंद आया हो तो इसे शेयर करना ना भूलें।