पटना. सोमवार रात लद्दाख की गालवन वैली ( Galwan Valley ) में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई है। जिसमे भारतीय सेना के एक कर्नल समेत 20 शहीद हो गए। इन शहीदों में बिहार की माटी के लाल पटना ज़िला अंतर्गत बिहटा निवासी अमर वीर जवान सुनील कुमार को भी शहादत मिली।
शहीद सुनील कुमार के पार्थिव शरीर को विशेष विमान से पटना लाया गया। जहाँ पटना एयरपोर्ट पर नेता प्रतिपक्ष एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शहीद सुनील कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दिया, तथा कहा देश सदा वीर शहीदों का ऋणी रहेगा।
जाने बिहटा के शहीद सुनील के बारे में
36 वर्षीय हवलदार सुनील कुमार पटना जिले के बिहटा प्रखंड के सिकरिया पंचायत के तारानगर गांव के रहने वाले थे। पिता का नाम बासुदेव साव है वे किराना की दुकान चलते है, मां रुक्मिणी देवी गृहिणी हैं।
बेटे की शहादत की खबर मिलते ही मां-बाप बेसुध हो गए। उन्हें सांत्वना देने के लिए भरी संख्या में गांव के लोग उनके घर पहुंच गए।
शहीद का एक घर दानापुर के मैनपुरा में है, जहां पत्नी रिक्की देवी बच्चों के साथ रहती है। सुनील के दो पुत्र आयुष जिसकी उम्र 11 वर्ष है तहत विराट (4 वर्ष ) एवं एक पुत्र सोनाली (13 वर्ष ) हैं। तीनों आर्मी स्कूल दानापुर में पढ़ते हैं।