पर्यावरण संरक्षण के लिए उनके प्रयास की स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित सभी लोग प्रशंसा कर रहें हैं। हाल ही में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम ‘टाइड टर्नर प्लास्टिक चैलेंज’ की गतिविधि को पूरा किया है। उन्हें ‘द यंग लीडर प्लास्टिक चैंपियन’ का प्रमाण पत्र मिला है।
उनका कहना है कि ‘पर्यावरण संरक्षण संकल्प – जीवन का अनमोल विकल्प’। शुरुआत घर से ही हो। आस-पास के लोग के बाद धीरे-धीरे अन्य सभी लोग जागरुक होंगे तथा प्लास्टिक कचरा कम होगा। स्वस्थ्य एवं दीर्घायु जीवन के लिए स्वच्छ एवं शुद्ध पर्यावरण आवश्यक है। प्रदूषण की समस्या से हम और हमारी पृथ्वी काफी प्रभावित हो रहें हैं। इसके लिए पर्यावरण संरक्षण जरुरी है।
पेड़-पौधों की हरियाली, इसमें छुपी है हमारी ख़ुशहाली। पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान प्लास्टिक कचरा से है। प्लास्टिक कचरा से जल, जीवन और हरियाली सभी गंभीर रुप से प्रभावित हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्लास्टिक कभी नष्ट नही होता है। धरती के अंदर दबने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है, फसल की पैदावार कम होगी, धरती बंजर होने लगेगी।
बगहा के स्थानीय शिक्षक सुनिल कुमार अपने आस-पास प्लास्टिक कचरा की सफाई कर, लोगों को कचरा कम करने तथा दैनिक जीवन में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कम कर पर्यावरण संरक्षण में सहयोग के लिए लोगों में जागरुकता का संदेश दे रहें हैं।
पर्यावरण संरक्षण के लिए उनके प्रयास की स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित सभी लोग प्रशंसा कर रहें हैं। हाल ही में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के कार्यक्रम ‘टाइड टर्नर प्लास्टिक चैलेंज’ की गतिविधि को पूरा किया है। उन्हें ‘द यंग लीडर प्लास्टिक चैंपियन’ का प्रमाण पत्र मिला है।
उनका कहना है कि ‘पर्यावरण संरक्षण संकल्प – जीवन का अनमोल विकल्प’। शुरुआत घर से ही हो। आस-पास के लोग के बाद धीरे-धीरे अन्य सभी लोग जागरुक होंगे तथा प्लास्टिक कचरा कम होगा। स्वस्थ्य एवं दीर्घायु जीवन के लिए स्वच्छ एवं शुद्ध पर्यावरण आवश्यक है। प्रदूषण की समस्या से हम और हमारी पृथ्वी काफी प्रभावित हो रहें हैं। इसके लिए पर्यावरण संरक्षण जरुरी है।
पेड़-पौधों की हरियाली, इसमें छुपी है हमारी ख़ुशहाली। पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान प्लास्टिक कचरा से है। प्लास्टिक कचरा से जल, जीवन और हरियाली सभी गंभीर रुप से प्रभावित हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्लास्टिक कभी नष्ट नही होता है। धरती के अंदर दबने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है, फसल की पैदावार कम होगी, धरती बंजर होने लगेगी।