बगहा (पश्चिम चम्पारण) . World Population Day 2020 Special
धरती पर यूँ बढ़ती आबादी।
प्रकृति एवं संपदा की होगी बर्बादी॥
पृथ्वी मनुष्य की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संपदा व संसाधन उपलब्ध कराती है लेकिन बढ़ती आबादी प्रकृति व जीवन के लिए नुकसानदायक है और यह हम सभी के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
हमें जनसंख्या नियंत्रण, परिवार नियोजन के उपाय पर दृढ़ इच्छाशक्ति से कार्य करने होंगे, लोगों को बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणाम के प्रति जागरुक करना होगा तथा जनसंख्या नियंत्रण में भागीदार बनना होगा तभी जाकर पृथ्वी पर संसाधनों के समान वितरण हेतु धरती का असंतुलित बोझ कम हो सकेगा। इसके लिए जनसहयोग की आवश्यकता है। बढ़ती आबादी के दुष्परिणाम व प्रभाव के मद्देनजर सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए ठोस पहल के साथ उचित कदम उठाए ताकि देश के भूखंड, संसाधन, पर्यावरण आदि सुरक्षित हो।
जागरुकता के स्लोगन :
छोटा एवं स्वस्थ्य परिवार।
सुखी व खुशहाल जीवन का आधार॥
आइए परिवार नियोजन अपनाएं।
धरती को मिलकर स्वर्ग बनाएं॥
परिवार नियोजन अपनाएं, हर घर को स्वर्ग बनाएं। क्योंकि बढ़ती हुई आबादी, जीवन की है बर्बादी।
हर हाथ जब होगा कौशल व रोजगार।
फिर जनसंख्या नही होगा बोझ बेकार।
विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day 2020) पर उक्त विचार प्रकट करते हुए शिक्षक सुनिल कुमार ने आगे कहा कि बढ़ती जनसंख्या चिंताजनक तो है हीं दूसरी ओर यदि बढ़ती आबादी के हर हाथ को कौशल, रोजगार/स्वरोजगार व उचित अवसर मिले तो मानव बल से देश के विकास में सकारात्मक सहयोग होगा तथा अपना देश भी विकसित होगा।