पश्चिम चंपारण. देश में कोरोना महामारी को लेकर लगे लॉकडाउन के दौरान कुछ पुलिस वाले अपनी वर्दी का धौंस दिखाते नज़र आ रहे है।
जहां एक तरफ पुलिस प्रशासन के द्वारा बिना मास्क और लॉकडाउन के गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर आम जनता के ऊपर बिना सोचे समझे अंधाधुंध लाठी चार्ज की जा रही है, गंदे भाषा तक इस्तेमाल की जा रही है। तो वही दूसरी तरफ कुछ पुलिस वाले खुद बिना मास्क के दिखाई दे रहे है। जी हाँ एक ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली है पश्चिम चंपारण जिले से जहां मैनाटाड थानाध्यक्ष धनंजय कुमार का बिना मास्क फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
दरअसल, थानाध्यक्ष धनंजय कुमार वाहन चेकिंग और मास्क चेकिंग जांच अभियान चला रहे हैं। बिना मास्क पहने पकड़े जाने पर उनके द्वारा लोगों के साथ खूब सख्ती की जा रही है।
वही इस दौरान थानाध्यक्ष खुद बिना मास्क पहने अपनी वर्दी की धौस आम जनता के ऊपर दिखाते नज़र आए। लेकिन बिना मास्क उनकी तस्वीर गलती से कैमरे में कैद हो गई और किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कर दी। जिसका सोशल मीडिया पर खूब विरोध हो रहा है। अब सवाल उठता है क्या ? इस कोरोना महामारी में मास्क केवल आम जनता के लिए ही जरुरीहै? क्या थानाध्यक्ष के लिए नहीं है? अब देखना है बिना मास्क नज़र आये थानाध्यक्ष धनंजय कुमार के ऊपर वरीय अधिकारियो के द्वारा क्या करवाई की जाती है।