गोरखपुर. गुरुवार को महाराष्ट्र के वसई से गोरखपुर के लिए चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन शनिवार की सुबह ओडिशा के राउरकेला पहुंची गई, ऐसा भारत में पहली बार हुआ है। जब कोई ट्रेन अपने गंतव्य स्थान से भटक कर किसी और जगह चली गई हो।
वही रूट बदलने के कारण ट्रेन के उड़ीसा पहुंचने पर यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद पश्चिम रेलवे की तरफ से यह सफाई दी गई की इटारसी, जबलपुर और पं. दीन दयाल नगर मार्ग पर बड़ी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के कारण रेलवे बोर्ड ने डायवर्ट रूट बिलासपुर – झारसुगड़ा – राउरकेला पर चलाने का फैसला लिया है।
बता दे गोरखपुर से राउरकेला की दुरी करीब 750 किलोमीटर है। अब यह सवाल उठता है कि यह स्पेशल ट्रेन गोरखपुर से 750 किलो मीटर दूर पहुंच गयी लेकिन किसी को कानो कान खबर नहीं हुयी, इस दुरी के बिच ना जाने कितने स्टेशन आये होंगे लेकिन किसी ने सुध नहीं ली आखिर रेलवे बोर्ड एवं उसके अधिकारी इतने गैर जिम्मेवार कैसे हो सकते है? बिट्टू सिंह जयंत (ब्यूरो रिपोर्ट, न्यूज़ 24 बाईट)