पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, जब भगवान शिव ने त्रिपुर नामक असुर के वध के लिए महाघोर रूपी अघोर अस्त्र का चिंतन किया, तब उनके नेत्रों से आंसुओं की कुछ बूंदे धरती पर गिरीं, जिनसे रुद्राक्ष के वृक्ष की उत्पत्ति हुई। इसी वजह से रुद्राक्ष धारण करने वाले पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। अबतक तो रुद्राक्ष को अध्यात्म से ही जोड़कर देखा जाता रहा है। लेकिन अब रिसर्च में यह साबित हो गया है कि इसको धारण करने से असाध्य बीमारियों से निजात मिल सकती है।
इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी फ्लोरिडा के वैज्ञानिकों के अनुसार, रुद्राक्ष मास्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पावर होती है, जिसके चलते यह हमारे शरीर पर जादुई रूप से काम करता है। ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष पहनने से शारीरिक और मानसिक मजबूती आती है और व्यक्ति की सेहत बनी रहती है। रुद्राक्ष शरीर को स्थिर कर दिल और इंद्रियों पर प्रभाव डालकर इन समस्याओं को हल करता है।
एक मुखी रुद्राक्ष दुर्लभ होता है और बहुत कम पाया जाता है और इसकी कीमत भी अधिक होती है। लेकिन इसकी खासियत ये है कि एक मुखी रुद्राक्ष हृदय संबंधी रोगों को दूर करने में मदद करता है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
रुद्राक्ष के मोती डायनामिक पोलेरिटी गुणों की वजह से एक चुंबक की तरह काम करते हैं। चुंबकीय प्रभाव के कारण रुद्राक्ष शरीर की नसों में रूकावट को दूर करता है।
रुद्राक्ष की माला में शरीर में होने वाले किसी भी तरह के दर्द और बीमारी को दूर करने की क्षमता है।
रुद्राक्ष, नकारात्मक ऊर्जा के खिलाफ एक कवच की तरह काम करता है।
रुद्राक्ष में डायइलेक्ट्रिक गुण होते हैं, जो नकारात्मक ऊर्जा को स्टोर करने के लिए जाने जाते हैं। जब भी हम शारीररिक या मानसिक रूप से तनावग्रस्त होते हैं, तो उस वक्त हमारा शरीर ज्यादा ऊर्जा पैदा करता है, जिसे अगर बर्णन किया जाए, तो ब्लड प्रेशर, चिंता, अवसाद जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में रुद्राक्ष की माला इस अनचाही ऊर्जा को स्थिर कर तंत्रिका तंत्र में सुधार और हॉर्मोन को संतुलिन करने में मदद करती है। ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है और सेहत को भी बेहतर बनाने में मदद करता है।
रुद्राक्ष धारण करने मात्र से ही कई तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं। प्राचीन धर्मग्रंथों में रुद्राक्ष को महत्वपूर्ण माना गया है। इसके महान उपचार और वैज्ञानिक गुणों के कारण यह न केवल बड़े से बड़ा रोग ठीक कर सकता है, बल्कि हमारे मन और शरीर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।
" />धर्म-संसार. दोस्तों आज हम आपको रुद्राक्ष (Rudraksh) के खासियत के बारे में बताने जा रहे है। रुद्राक्ष को हिन्दू धर्म में बेहद ही पवित्र माना गया है क्योंकि इसका संबंध भगवान शिव से है। रुद्राक्ष केवल मन की नही तन की भी शुद्धि करता है।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, जब भगवान शिव ने त्रिपुर नामक असुर के वध के लिए महाघोर रूपी अघोर अस्त्र का चिंतन किया, तब उनके नेत्रों से आंसुओं की कुछ बूंदे धरती पर गिरीं, जिनसे रुद्राक्ष के वृक्ष की उत्पत्ति हुई। इसी वजह से रुद्राक्ष धारण करने वाले पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। अबतक तो रुद्राक्ष को अध्यात्म से ही जोड़कर देखा जाता रहा है। लेकिन अब रिसर्च में यह साबित हो गया है कि इसको धारण करने से असाध्य बीमारियों से निजात मिल सकती है।
इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी फ्लोरिडा के वैज्ञानिकों के अनुसार, रुद्राक्ष मास्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पावर होती है, जिसके चलते यह हमारे शरीर पर जादुई रूप से काम करता है। ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष पहनने से शारीरिक और मानसिक मजबूती आती है और व्यक्ति की सेहत बनी रहती है। रुद्राक्ष शरीर को स्थिर कर दिल और इंद्रियों पर प्रभाव डालकर इन समस्याओं को हल करता है।
एक मुखी रुद्राक्ष दुर्लभ होता है और बहुत कम पाया जाता है और इसकी कीमत भी अधिक होती है। लेकिन इसकी खासियत ये है कि एक मुखी रुद्राक्ष हृदय संबंधी रोगों को दूर करने में मदद करता है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
रुद्राक्ष के मोती डायनामिक पोलेरिटी गुणों की वजह से एक चुंबक की तरह काम करते हैं। चुंबकीय प्रभाव के कारण रुद्राक्ष शरीर की नसों में रूकावट को दूर करता है।
रुद्राक्ष की माला में शरीर में होने वाले किसी भी तरह के दर्द और बीमारी को दूर करने की क्षमता है।
रुद्राक्ष, नकारात्मक ऊर्जा के खिलाफ एक कवच की तरह काम करता है।
रुद्राक्ष में डायइलेक्ट्रिक गुण होते हैं, जो नकारात्मक ऊर्जा को स्टोर करने के लिए जाने जाते हैं। जब भी हम शारीररिक या मानसिक रूप से तनावग्रस्त होते हैं, तो उस वक्त हमारा शरीर ज्यादा ऊर्जा पैदा करता है, जिसे अगर बर्णन किया जाए, तो ब्लड प्रेशर, चिंता, अवसाद जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में रुद्राक्ष की माला इस अनचाही ऊर्जा को स्थिर कर तंत्रिका तंत्र में सुधार और हॉर्मोन को संतुलिन करने में मदद करती है। ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष पॉजिटिव एनर्जी का संचार करता है और सेहत को भी बेहतर बनाने में मदद करता है।
रुद्राक्ष धारण करने मात्र से ही कई तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं। प्राचीन धर्मग्रंथों में रुद्राक्ष को महत्वपूर्ण माना गया है। इसके महान उपचार और वैज्ञानिक गुणों के कारण यह न केवल बड़े से बड़ा रोग ठीक कर सकता है, बल्कि हमारे मन और शरीर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।