पूर्वी चंपारण. जिले के रामगढ़वा मुसहरी की बहुचर्चित आदित्य कुमार अपहरण व हत्याकांड में पुलिस ने खुलासा करते हुए धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार संपत्ति को हड़पने के लिए धर्मेंद्र ने पहले आदित्य का अपहरण किया फिर गोली मार हत्या कर शव को आदापुर-महुअवा रोड में फेक दिया।
धर्मेंद्र कुमार को रक्सौल से गिरफ्तार किया गया है उसके पास से हत्या में इस्तेमाल देसी कट्टा व खाली कारतूस बरामद हुआ है। एसपी श्री नवीन चंद्र झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस घटना की जानकारी देते हुए कहा पुलिस को पहले से ही धर्मेंद्र पर शक था लेकिन उसके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं था।
बता दे, पुलिस पूछताछ के दौरान धर्मेंद्र कुमार ने सम्पत्ति हड़पने के लिए आदित्य की हत्या करने की बात स्वीकार की है। धर्मेन्द्र ने बताया कि वह आदित्य के दादा नरसिंह भगत का संबंधी है। तथा उन्हीं के यहां रहकर उनकी खेतीबारी से लेकर सभी घरेलु काम करता था। नरसिंह भगत के बेटे को कोई संतान नहीं था। इसलिए धर्मेन्द्र का उस परिवार में बड़ा मान-सम्मान मिलता था। कुछ वर्ष पूर्व उस परिवार में आदित्य का जन्म हुआ। उसके बाद से उसकी उपेक्षा की जाने लगी। धर्मेन्द्र भी समझ गया कि उस परिवार में अब वारिस हो गया। वारिस के रहते कोई सम्पति उसे हाथ नहीं लगेगी।
फिर यही से शुरू हुई हत्या की साजिश…….
धर्मेन्द्र ने आदित्य को ही जान से मार देने व उसकी सम्पति हड़पने की योजना बनायी। इसी योजना के तहत उसकी हत्या कर शव को आदापुर थाना क्षेत्र में फेंक दिया।
बता दे, आदित्य के पिता राजकुमार महतो की भी हत्या इसी वर्ष जनवरी माह में की गयी थी। वह सब्जी का व्यवसायी था। राजकुमार महतो का शव चकिया में मिला था। चकिया थाने में ही एफआईआर दर्ज की गयी थी। हालांकि राजकुमार महतो की हत्या में किन लोगों की संलिप्तता है इसका खुलासा पुलिस अबतक नहीं कर पाई है। पहले पिता को हटाया जाना उसके बाद पुत्र की हत्या। सम्पति को किसी तरह से हड़प लेने की साजिस थी।
पुरा मामला विस्तार से जानिए …
दरअसल, 17 सितम्बर को रामगढ़वा थाना क्षेत्र के मुसहरी गांव से आठ वर्षीय आदित्य कुमार का अपहरण हो गया था और 18 सितम्बर को उसका शव आदापुर थाना क्षेत्र के भवनरी नदी के किनारे से मिला था। उसकी हत्या गोली मारकर की गयी थी। जिसके बाद आदित्य के दादा नरसिंह भगत के बयान पर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी।