मोतिहारी. बिहार में लचर स्वास्थ्य सुविधाओं का खामियाजा यहां के गरीब जनता भुगत रही है। इस कोरोना महामारी ने राज्य की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। ग्रामीण इलाको में स्वास्थ्य केन्द्रो की जमीनी हकीकत ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के खोखले दावे की पोल खोल दी है।
हकीकत यह है कि जिले के हरसिद्धि प्रखंड अंतर्गत यादवपुर गांव में बना अतिरिक्त उपस्वास्थ्य केंद्र उद्घाटन के बाद से ही बंद पड़ा है। उसमे ताला लगा हुआ है। वही इस मामले की खबर ग्रामीणों से सुनकर पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अनिकेत रंजन यादवपुर गांव में पहुंच कर अतिरिक्त उपस्वास्थ केंद्र का निरीक्षण किया, यादवपुर उपवास केंद्र का बदहाल हालत में देखकर अनिकेत रंजन ने कहा कि जल्द से जल्द जिला प्रशासन एवं जिला स्वास्थ्य समिति से बात करके यादवपुर के अतिरिक्त उपस्वास्थ केंद्र का ताला खोलवाऊंगा।
साथ ही अनिकेत रंजन ने जिला साथ समिति से मांग किया कि जल्द से जल्द यादवपुर के अतिरिक्त उपस्वास्थ केंद्र का ताला खुलवाया जाए और यहां पे सभी प्रकार के चिकित्सा सुविधा दिलाने के साथ-साथ एक एम बी बी एस डॉक्टर एक ओटी असिस्टेंट और एक ए एन एम की सुविधा तत्काल दिया जाए। अन्यथा अनिकेत रंजन ग्रामीणों के साथ मिलकर यादवपुर के अतिरिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में भूखा हड़ताल भी करने का काम करेंगे।
वही अस्पताल परिसर में मांग करने के दौरान पूर्व लोकसभा प्रत्यासी अनिकेत रंजन, वेद प्रकाश तिवारी मोहन पासवान, बैकुंठ पासवान, बिना यादव, सुदर्शन यादव, राहुल यादव, गोलू सिंह राजपूत, पवन कुमार, रवि पासवान, हरिंदर पासवान, विपिन यादव, सुरेश यादव, इंदु देवी, प्रमिला देवी, सुमित्रा देवी आदि मौजूद थे।