MOTIHARI. दो गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम विदेशों में रोशन करने वाली मोतिहारी की संगीता कुमारी आज आर्थिक परेशानियों के वजह से पूरी-कचौड़ी की दुकान पर काम करने को मजबूर है। मोतिहारी के बेलबनवा मछुआ टोली की रहने वाली संगीता अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता (Volleyball World League) में भारत को दो गोल्ड मेडल (Gold medal) जीता चुकी है। फ़िलहाल बेरोजगार है, और मोतिहारी के टाउन हॉल के समीप चाय-नास्ते के दुकान में अपने परिवार की सहायता करती है।
देश को दो गोल्ड मेडल दिलाया
पूछने पर संगीता ने बताया, कि उन्होंने दो अंतरराष्ट्रीय मैच खेल कर देश को दो गोल्ड मेडल दिया है और अपने ज़िला, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है लेकिन ज़िला, प्रदेश और देश ने मेरे लिये क्या किया है?
संगीता ने स्थानीय भाजपा विधायक एवं प्रदेश के कला संस्कृति खेल मंत्री प्रमोद कुमार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वे हमारे विधायक हैं लेकिन शायद उन्हें मालूम भी नहीं होगा कि मोतिहारी में दो अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी है। उन्होंने कभी भी हमारी सुधि नहीं ली। संगीता ने कहा कि बिहार मे मन लुभावन खेल नीति बनी है, लेकिन कागज पर ही है वह आज तक लागू नही हो सकी है।
दूसरे खिलाड़ी का नाम इन्होंने तुरकौलिया की तुलसी कुमारी बताया। बता दे, तुलसी ने भी दो अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर राज्य और जिले का नाम रोशन किया है।
बिहार में प्रतिभा की कभी भी कमी नहीं रही है, लेकिन आर्थिक परेशानी कहें या सरकार के द्वारा उचित सहयता का ना मिल पाना। जिससे प्रतिभावान खिलाड़ी उभर नहीं पाते है। सरकार के द्वारा प्रतिभाओ को तरासने के लिए खेल निति में सुधर होती है, सहायता राशि भी आती है लेकिन सब कागज तक ही सीमित रह जाती है। इन खिलाड़ियों के हौसला अफजाई के लिए सरकार को सही नीति और ईमानदारी से काम करने की जरुरत है।