ब्रिटेन में मंजूरी दी जाने वाली ये पहली सिंगल डोज वैक्सीन है। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा है- ‘इस निर्णय से यूके के सफल कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम को और मजबूती मिलेगी। अब हमारे पास चार सुरक्षित वैक्सिन है जिनके जरिए लोगों का वैक्सिनेशन किया जाएगा।’
वही सरकार का मानना है की आने वाले महीनो में सिंगल शॉट वैक्सिन की वजह से वैक्सिनेशन में बड़ा फर्क नजर आएगा।
अमेरिका ने भी दी मंजूरी
बता दे, अमेरिका ने भी जॉनसीन’ कोविड-19 (जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की वैक्सीन) वैक्सीन को तीसरे सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन के रूप में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। इस इसकी वैक्सीन की खास बात यह है कि अन्य टीकों की दो खुराक के विपरीत इस टीके की एक ही खुराक देने की जरूरत होगी।
अमेरिका में महामारी से अब तक पांच लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एफडीए ने 22 वोटो की सर्वसम्मति के साथ इस वैक्सीन को मंजूरी दी है।
तीन देशों में क्लिनिकल परीक्षण
जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की वैक्सीन का तीन देशों में क्लिनिकल परीक्षण हुआ। इन परीक्षण में पाया गया कि जेएंडजे कंपनी की वैक्सीन अमेरिका में 85.9 फीसदी, दक्षिण अफ्रीका में 81.7 फीसदी और ब्राजील में 87.6 फीसदी तक प्रभावी रही है। वही डॉक्टरों की माने तो इस वैक्सीन को लगवाने के बाद हल्का दर्द, बुखार, थकान और सिरदर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
" />UK Approves Single Shot Johnson & Johnson Covid Vaccine. ब्रिटेन की सरकार ने शुक्रवार को फार्मा कंपनी जॉनसन & जॉनसन की सिंगल शॉट वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।
ब्रिटेन में मंजूरी दी जाने वाली ये पहली सिंगल डोज वैक्सीन है। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा है- ‘इस निर्णय से यूके के सफल कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम को और मजबूती मिलेगी। अब हमारे पास चार सुरक्षित वैक्सिन है जिनके जरिए लोगों का वैक्सिनेशन किया जाएगा।’
वही सरकार का मानना है की आने वाले महीनो में सिंगल शॉट वैक्सिन की वजह से वैक्सिनेशन में बड़ा फर्क नजर आएगा।
अमेरिका ने भी दी मंजूरी
बता दे, अमेरिका ने भी जॉनसीन’ कोविड-19 (जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की वैक्सीन) वैक्सीन को तीसरे सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन के रूप में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। इस इसकी वैक्सीन की खास बात यह है कि अन्य टीकों की दो खुराक के विपरीत इस टीके की एक ही खुराक देने की जरूरत होगी।
अमेरिका में महामारी से अब तक पांच लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एफडीए ने 22 वोटो की सर्वसम्मति के साथ इस वैक्सीन को मंजूरी दी है।
तीन देशों में क्लिनिकल परीक्षण
जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की वैक्सीन का तीन देशों में क्लिनिकल परीक्षण हुआ। इन परीक्षण में पाया गया कि जेएंडजे कंपनी की वैक्सीन अमेरिका में 85.9 फीसदी, दक्षिण अफ्रीका में 81.7 फीसदी और ब्राजील में 87.6 फीसदी तक प्रभावी रही है। वही डॉक्टरों की माने तो इस वैक्सीन को लगवाने के बाद हल्का दर्द, बुखार, थकान और सिरदर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं।