HORTICULTURE DEPARTMENT. कृषि वैज्ञानिक अपने अनुसंधान को हर बार एक नई ऊंचाई तक ले जाने की कोशिशों में लगे रहते है। उसी बीच खबर आ रही है कि बेलई स्थित उद्यानिकी विभाग की नर्सरी में नीबू की बगिया से उद्यान विस्तार के तहत अधिकारियों ने 50 किलो नीबू का बीज तैयार करने में कामयाबी हासिल किया हैं। तैयार बीज जिले के सभी 11 नर्सरी में भेजा गया है। बीज तैयार करने से उद्यानिकी विभाग की आय में इजाफा हुआ है,साथ ही नीबू के पौध बेचने से अतिरिक्त आय हो रही है।
किसानों को भी कम कीमत पर अच्छी किस्म के नीबू के पौधे आसानी से मिलेंगे।दरअसल बीना उद्यानिकी विभाग की नर्सरी में कुछ साल पहले उन्नत किस्म के नीबू के पौधे लगाए गए थे जो अब वर्तमान में नर्सरी में नीबू की बगिया तैयार हुई है। पिछले साल गर्मियों में नीबू की अच्छी फसल आई थी। उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने नीबू बेचने के बजाए बीज तैयार करना बेहतर समझा धा।जिसके बाद विभाग ने इसपर काम करना शुरू किया था।अब नर्सरी में लगी करीब 40 नीबू के पेड़ों से 50 किलो बीज तैयार किया गया है।
यह बीज 800 रुपये प्रति किलो की दर से सागर, खुरई, जैसीनगर, बंडी, रहली, देवरी, केसली, शाहगढ़, राहतगढ़ सहित उद्यानिकी विभाग की सभी 11 नर्सरी को दिया गया है। बीज बेचने से उद्यानिकी विभाग को करीब 40 हजार रुपये का लाभ हुआ है। इस बीज से जिले की सभी नर्सरी में नीबू की पौध तैयार की जाएगी। जिसे बारिश के मौसम में बहुत कम कीमत पर यह नीबू के पौधे किसानों को उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा शासन स्तर पर बारिश के मौसम में किए जाने वाले पौधारोपण कार्यक्रम के माध्यम से भी यह पौधे शहर में लगाए जाएंगे।
30 हजार से ज्यादा पौधे नर्सरी में तैयार किए जा रहे
बीना नर्सरी में तैयार किए गए बीज से पौध भी तैयार की जाने की कोशिश की जा रही है। उद्यान अधीक्षक प्रवीण कुमार साहू ने अपने कर्मचारियों की मदद से करीब 30 हजार से ज्यादा पौधे तैयार करने के लिए बीज लगाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। बारिश का सीजन शुरू होने तक नीबू के पौधे तैयार हो जाएंगे ऐसी बात उद्यान विभाग कह रही है। नर्सरी से पौधा लेने कीमत केवल 15 रूपए लगेगा। यदि 30 हजार पौधे तैयार हो जाएंगे को उद्यानिकी विभाग को लगभग साढ़े चार लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी होगी ऐसी बात निकलकर सामने आ रही है।