पटना. भारत सहित बिहार में भी तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत हो गई है। जिसमें 60 साल या उससे ऊपर के सभी लोंगो को टीका लगाई जाएगी। बिहार में भी टीकाकरण की शुरुआत हो गई खुद मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने अपने दो मंत्रियों के साथ टीका लिया। फिर जब वे बाहर आए तो उन्होने निजी/सरकारी सभी अस्पतालों में भी मुफ्त वैक्सीनेशन का ऐलान किया।
प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन लोगों को फ्री में दी जाएगी
बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान सूबे के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन निःशुल्क दिए जाने के वादे को नीतीश सरकार निभाने की तैयारी शुरू कर दिए हैं। इसी वादे को निभाते हुए बिहार सरकार ने फैसला लिया है कि एक मार्च से प्राइवेट अस्पतालों में लगाई जाने वाली कोरोना वायरस वैक्सीन का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी और 60 साल और उससे ऊपर के सभी लोंगो को टीका लगाई जाएगी। सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए महत्वपूर्ण बैठक में इस बात का फैसला लिया गया कि प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन लोगों को फ्री में दी जाएगी और उसका पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
बता दें कि देश के निजी और प्राइवेट अस्पतालों में 60 साल से अधिक उम्र के लोग और 45 साल से अधिक गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाने की शुरुआत हो चुकी है।केंद्र सरकार ने वैक्सीन की हर खुराक की कीमत अधिकतम ढाई सौ रुपए तय कर रखी है, लेकिन बिहार में यह लोगों को मुफ्त में दी जाएगी।चुनाव के दौरान भाजपा ने वादा किया था कि यदि वह सत्ता में वापस आते हैं तो बिहार के हर नागरिक को कोविड-19 वैक्सीन फ्री में लगाई जाएगी।
इसी को आगे बढ़ाते हुए नए सरकार के गठन के बाद नीतीश सरकार ने बिहार के प्रत्येक नागरिक को मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन लगाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने यह फैसला किया था कि बिहार में सभी को वैक्सीन फ्री में दी जाएगी। देखा जाए तो सरकार ने चुनाव में जो वादा किया था उसपर अमल करना शुरू कर दिया है जो कि शुभ संकेत हैं।बिहार में बड़े लोंगो को मुफ्त टीका लगाने की बात सरहानीय कदम माना जाएगा।