नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर बेहद ही खतरनाक होते दिख रही है। वही राजधानी दिल्ली का आनंद विहार बस अड्डा एक बार फिर से इतिहास को दोहरा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जैसे ही एक हफ्ते के लॉकडाउन का ऐलान किया। इसकी खबर मिलते ही तुरंत हजारों की तादाद में मजदूर अपने सामान और परिवार के साथ आनंद विहार बस अड्डे, दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा होने लगे।
न दो गज की दूरी और न मास्क का बंधन। थी तो बस घर पहुंचने की हड़बड़ी। अपने ही अतीत से घबराए मजदूर बोरिया-बिस्तर समेटे कैब, बस और ट्रेन के इंतजार में खड़े हैं। आखिर कोरोना से बिगड़ते हालात के बाद सोमवार सुबह दिल्ली सरकार ने 6 दिन के लॉकडाउन की घोषणा जो कर दी है।
बता दे, बस अड्डे पर मौजूद ज्यादातर मजदूर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश थे। जो दिल्ली के नरेला, किराड़ी, खिड़की, नांगलोई, लाल कुआं, त्रिलोकपुरी, सुल्तानपुरी, बवाना, पटपड़गंज, ओखला में रहकर काम करते हैं।
दिल्ली औपचारिक रूप से इस साल लॉकडाउन की घोषणा करने वाला पहला राज्य बना। हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार शाम 5 बजे से इकट्ठी होने वाली भीड़ की तस्वीरें आने के बाद लोगों से दिल्ली छोड़कर न जाने की अपील की। लेकिन पिछले अनुभव से घबराए लोग कैब, बस या ट्रेन, जैसा जिसको साधन मिल रहा था वह राजधानी छोड़ने पर आमादा दिखा।