New Delhi. इस कोरोना महामारी काल में कोरोना वारियर्स (Warrior) की जितनी भी तारीफ की जाये कम होगा। यें वारियर्स कोरोना को हराने के लिए अपने जीवन की परवाह किए बिना रोगियों की सेवा का कार्य कर रहें है।
उन्हीं वारियर्स में से एक नाम है जितेंद्र सिंह संटी का, जितेंद्र सिंह संटी (Jitender Singh Shunty) दिल्ली के रहने वाले है। उन्होंने और उनके बेटे ज्योत जीत ने अभी तक 265 ऐसे कोरोना पॉजिटिव लोगो की लाशों का अंतिम संस्कार किया, जिन्हें मरने के बाद खुद उनके परिवार वालों तक ने छोड़ दिया। लेकिन अब जितेंद्र सिंह संटी के साथ उनके परिवार के अन्य भी कोरोना संक्रमित हो चुके है। लेकिन फिर भी दोनों पिता-पुत्र फोन और ऑनलाइन के माध्यम से शवों को श्मशान घाट ले जाने की सेवा में जुटे हुए हैं।
शाहदरा से पूर्व विधयक है जितेंद्र सिंह संटी
बता दे, जितेंद्र सिंह संटी दिल्ली के शाहदरा से पूर्व विधायक (EX MLA) रह चुके शहीद भगत सिंह फाउंडेशन (SBSFoundation) चलाते है। जितेंद्र सिंह शंटी दो दशकों से भी ज्यादा समय से शवों को श्मशान घाट ले जाने के लिए फ्री एम्बुलेंस सेवा चला रहे हैं, इस कोरोना काल में जब शव को चार कंधे देने के लिए अपने आगे नहीं आते तो दोनों पिता पुत्र कोविड-19 मरीजों को अस्पताल ले जाने और अस्पताल से कोविड-19 शवों को श्मशान ले जाने के काम में जुटे है।
समाज के लिए निःस्वार्थ सेवा भाव से जुटे रहने वाले जितेंद्र सिंह और उनके परिवार के लिए इस संकट की घड़ी में न्यूज़ 24 बाईट की पुरी टीम मंगल कामना करती हैं, और भगवान आपको अपने परिवार सहित जल्द स्वस्थ करें।