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जदयू के सिपाही बने मांझी ने चिराग को जुबान बंद करने की दे डाली नसीहत, नीतीश की प्लानिंग का दिखा असर

  • मांझी का लोक जनशक्ति पार्टी के खिलाफ ऐसे आक्रमक तेवर
  • कहा नीतीश की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा

News24 Bite

September 4, 2020 9:28 am

PATNA. बिहार विधान सभा चुनाव (Bihar Legislative Assembly election 2020) नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों में उठा पटक शुरू हो गई है। खबरों के अनुसार, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी (Hindustani Awam Morcha) के चीफ जीतन राम मांझी ने अब खुल्लमखुला एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan, LJP President) पर सीधा हमला करते हुए ऐलान किया है कि अगर लोजपा सीएम नीतीश की तरफ आंख उठाकर देखेगी तो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

वही एनडीए (NDA) में मांझी (Jitan Ram Manjhi) की आधिकारिक तौर पर एंट्री से पहले लोक जनशक्ति पार्टी के खिलाफ ऐसे आक्रमक तेवर के पीछे मुख्यमंत्री नितीश कुमार की प्लानिंग को बताया जा रहा है।

जीतन राम मांझी ने चिराग को दिया नसीहत

बता दे, मांझी ने लोजपा अध्यक्ष को चेतावनी देते हुए कहा है कि वें जदयू पर निशाने साधने से बाज आ जाए वरना उन्हें मुझसे टकराना होगा। इतना ही नहीं मांझी ने रामविलास पासवान को दलितों के नाम पर वोट की राजनीति करने वाला बताते हुए चिराग से सवाल पूछा वें बताए रामविलास पासवान ने आज तक दलितों के लिए क्या किया है।

गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों से लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान लगातार अपने ही गठबंधन के मुखिया सीएम नीतीश कुमार के काम को लेकर मोर्चा खोले बैठे हैं। यहां तक कई दफा लोजपा चीफ कहते दिखें कि हमारा गठबंधन बीजेपी के साथ है ना की जदूय के साथ। हालांकि लोजपा और जदयू के रिश्ते की खटास उस वक्त ज्यादा ही बढ़ गई जब जदयू के सबसे वरिष्ठ और कद्दवार नेता ललन सिंह ने चिराग को कालिदास बताते हुए कहा कि ये एक ऐसा नेता हैं कि जिस डाली पर बैठे हैं उसे ही काटने पर आमदा हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश का मांझी कार्ड

एनडीए में अपनी एंट्री होते ही मांझी ने खुले तौर पर ऐलान कर दिया है कि सीएम नीतीश और जदयू पर बोलने से पहले अब लोजपा को उनसे टकराना होगा। वही बेहतर राजनीतिक समझने वालों का कहना है कि एनडीए में अपनी एंट्री होते ही मांझी का लोजपा के खिलाफ आक्रामक तेवर नीतीश की मंशा पर मुहर लगा दिया है। कुछ का कहना है कि बिहार की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले नीतीश लोजपा से टकराने के लिए ऐसा चेहरा सामने लाना चाहते थे जो उसी वर्ग से आता हो और कद और पद में भी बराबरी का हो। नितीश का वो खेल अब शुरू हो चुका है, देखते है आगे क्या होता है?

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