Who is Chheda Singh. उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई ट्रॉमा सेंटर मे इलाज के दौरान 50 हजार का इनामी डाकू छेदा सिंह की मौत हो गई है। वह टीवी रोग से ग्रषित था। छेदा सिंह पर चंबल की खूंखार महिला डाकू फूलन देवी का अपहरण करने का आरोप था।
हालांकि बाद में छेदा सिंह ने फूलन देवी के डर से सरेंडर कर दिया था, लेकिन बाद में जमानत पर बाहर आया और फरार हो गया। पूरे 24 साल वह वेष बदल कर पुलिस से बचता रहा, लेकिन आखिरकार 26 जून 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वही अब इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है।
छेदा सिंह उत्तरप्रदेश के औरैया जिला स्थित अयाना थाना क्षेत्र के भासौन गांव का रहने वाला था। वह 20 साल की उम्र में चंबल के कुख्यात गैंग ‘डाकू लालराम’ गिरोह में शामिल हो गया था। और चंबल के इलाके में लालाराम के लिए अपहरण का धंधा संचालन करने लगा।
दस्यु सरगना फूलन देवी का अपहरण कर ले गया अपने साथ
साल 1980 में उसने अपने प्रतिद्वंद्वी विक्रम मल्लाह के गैंग का सफाया करने में अहम भूमिका निभाई। इतना ही नहीं वह विक्रम मल्लाह की प्रेमिका फूलन देवी को अगवा करके अपने साथ अपने गिरोह ले गया था।
जहां लालाराम और गिरोह के दूसरे साथियों ने फूलन देवी का गैंगरेप किया। बाद में किसी तरह फूलन देवी लालाराम के चंगुल से छूट कर आई और उसने बेहमई कांड कर डाला। अपने साथ हुए अन्याय का बदला लेने के लिए फूलन ने 21 लोगों को लाइन में खड़ा करके गोलियों से भून दिया था। उस पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था।
24 वर्षो तक साधु के वेष में छिपा रहा
वही जब लालाराम गैंग धीरे धीरे समाप्त होने लगा और पुलिस ने चंबल में डकैतों के खिलाफ अभियान शुरू दिया, तब छेदा सिंह वहां से जान बचाकर भाग निकला था।
गिरफ्तारी के डर से डाकू छेदा सिंह हुलिया बदलकर साधु के वेष में मध्यप्रदेश के चित्रकूट के एक मठ में 24 वर्षो तक छिपा रहा। वहां वह बृजमोहन दास महाराज के नाम से रह रहा था। 69 वर्षीय छेड़ा सिंह अविवाहित था।
इतना ही नहीं उसने कागजो में अपने आप को मार दिया था, परिवार वाले भी यही दावा करते रहे, लेकिन पुलिस को यकीन नहीं था और आखिरकार 24 वर्षो बाद शाधु का भेष बदलकर रह रहे छेदा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। छेदा सिंह के खिलाफ विभिन्न थानों में फिरौती और लूट के दर्जनों मुकदमे दर्ज थे। उसके पास से बृजमोहन दास, चित्रकूट के नाम से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी व राशन कार्ड बरामद हुए हैं।