एनसीपीसीआर दिल्ली के निर्देश में आर्केस्ट्रा पर मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय एसएसबी बेतिया कार्यालय 47वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल रक्सौल, मिशन मुक्ति फाउंडेशन, रेस्क्यू फाउंडेशन, प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर, चाइल्ड हेल्प लाइन रेस्क्यू एंड रिलीफ फाउंडेशन नौतन पुलिस थाना, महिला पुलिस थाना बेतिया के द्वारा छापा मारा गया।
जिसमे नौतन थाना क्षेत्र के शिवराजपुर गांव में संचालित पूजा आर्केस्ट्रा से दो नाबालिग लड़कियों को आर्केस्ट्रा से मुक्त कराया गया और चार आर्केस्ट्रा संचालकों को गिरफ्तार किया गया, जिनके नाम मिठु, आफताब (उर्फ आकाश), मदुकांत और नाबालिग लड़की अंजलि (बदला नाम) है।
एसएसबी एएचटीयू क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया कार्यालय 47 वीं वाहिनी रक्सौल के मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मानव तस्करी रोकथाम और आर्केस्ट्रा में नाबालिग लड़कियों के शोषण की रोकथाम के लिए “निर्भया सुरक्षित” के नाम से एक अभियान चलाया गया।
काउंसिलिंग में पीड़िताओं ने बताया कि नाबालिग लड़की अंजलि जो कि आर्केस्ट्रा संचालक है बंगाल से दो अन्य लड़कियों को बहला फुसला कर ले कर आई थी। फिर इन लड़कियों से मिठु, आफताब (उर्फ आकाश) और मदुकांत अश्लिल डांस करवाते थे।
काउंसिलिंग में एक लड़की सीमा (बदला नाम) ने बताया कि वो 8वीं तक पढ़ी है नाबालिग आर्केस्ट्रा संचालक अंजलि और उसका मामा फतेह उसको बहला फुसलाकर कर पैसों का लालच देकर बिहार लेकर आए और यहाँ पूजा आर्केस्ट्रा में संचालक को सौंप दिया, सीमा घर पर झगड़ा करके आई थीl उसके बाद यहां का माहौल देखकर उसने घर पर बात की घर वालों ने उसे ये काम करने से मना किया और वापस घर बुलाया, पर संचालक मिठू और नाबालिग लड़की संचालक ने उसे घर नही जाने दिया l लेकिन पीड़ित लड़की एक बार यहां से भाग भी गई पर दुर्भाग्यवस उसको नौतन के पास से ही पकड़ लिया और सोनाली के ऊपर एक बोंड भी लिखा की तुम जब यहां से भागी थी 50000/- रुपए भी ले गई थी और उसको धमकी दी की पहले 30000/- रुपए दो या फिर अपने बदले किसी और लड़की को लेकर आए तभी जाने दिया जाएगा। इसलिए वो वापस नही जा सकी उसने बताया कि एक लड़की को यहां से पैसे लेकर वापस भेज दिया पर इसको लालच दिया की एक बार लगन होने पर एक लाख रुपए मिल जायेंगे |नाबालिग लड़की संचालक अंजलि और मिठु नाम का व्यक्ति उसके साथ मारपीट करते, गालियां देते और उससे पूरा काम कराते, अंजलि पीड़ित लड़की से कहती थी कि मेरे अलावा किसी से बात नही करोगी
2. दूसरी पीड़ित लड़की सीमा जो कि सोनारपुर पश्चिम बंगाल की रहने वाली है सीमा ने बताया की उसको यहां आने का प्रलोभन भी अंजलि ने ही दिया था जिसके बाद सानिया ने अपने घर पर झूठ बोला की वह अपने दोस्तों के साथ असम घूमने जा रही है और झूठ बोलकर वह अंजलि के मामा फतेह और अपने बॉयफ्रेंड आफताब के साथ बिहार आई और फतेह ने उसको अंजलि के पास उसके आर्केस्ट्रा में छोड़ कर चले गए आफताब वहीं सीमा के साथ रुक गया सीमा ने बताया की वह और आफताब ने उस शादी का झांसा दिया है यहाँ पर उसको एक शादी में डांस करने के मेहनताने पर उसको 2000 रूपए दिए जाने का वादा किया गया था पर अभी तक उसको सिर्फ 300 या 400 रुपए ही दिए जाते है और खुद के खर्च के लिए कोई भी पैसे भी मिलते है।
अंजलि ,मिठ्ठू और मधुकांत ने मिलकर एक खोला जिसका नाम पूजा के नाम पर रखा गया पूजा ने मधुकांत से कहा की मुझे पैसे दो की वो बंगाल से लड़कियां लेकर आएगी।आरती ने बताया की अंजलि सिगरेट पीती है और सबसे झगड़ा करती है|
नाबालिग आर्केस्ट्रा संचालक अंजलि ने बताया की उसके पापा ने दूसरी शादी कर रखी है इसलिए वो पहले अपनी मौसी और मम्मी के साथ मिसरौली आई थीं जहाँ पर उसे मिठ्ठू नाम का एक व्यक्ति मिला । मिसराउली में अंजलि की मम्मी ने भी एक महीने तक आर्केस्ट्रा में काम किया था उसके बाद उसकी मम्मी वापस उसको लेकर बंगाल चली गई लेकिन अंजलि के पुरुष मित्र मिठ्ठू ने उसे वापस बिहार बुला कर अपने भाई अशोक के आर्केस्ट्रा में काम दिलवा दिया|
बस फिर उसने इसे ही जीवन मान लिया और अपराध की दुनिया मे कदम रख दिया। दोनों पीड़ित लड़िकयों का मेडिकल करा कर चारों ऑर्केस्ट्रा संचालको पर एफआईआर दर्ज किया गया और, पीडिता लड़कियों को आश्रय गृह भेजा गया।इस रेस्क्यू टीम में इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, कांस्टेबल ड्रावर राहुल भीमराव चार्टसे, कांस्टेबल चकमा कांस्टेबल पम्मी मिश्रा, कांस्टेबल कल्पना बाजपेई, कांस्टेबल इग्निशियस लेपचा।
बेतिया पुलिस थाना इंस्पेक्टर एससी माधव व महिला थाना बेतिया से सब इंस्पेक्टर सुधा कुमारी व अन्य पुलिस बलमिशन मुक्ति फॉउंडेशन से डाइरेक्टर वीरेंद्र कुमार, दिलीप कुमार , रेस्क्यू फॉउंडेशन से त्रिवेणी आचार्य फाउंडर, अक्षय पांडे जाँच पदाधिकारी प्रयास जुवेनाइल से पवन कुमार अमित कुमार, अनुप्रिया विलियम, सोनू कुमार, थाना नौतन से एसआई अमरजीत भारद्वाज व पुलिस बल इतियादि थे|