आज दिनांक 14.05.2023 को मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया कार्यालय 47वीं वाहिनी रक्सौल द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रक्सौल के नेतृत्व में, अंचलाधिकारी रक्सौल, रक्सौल थानाध्यक्ष, एवं महिला एवम पुरूष (बिहार पुलिस), सशस्त्र बल न्याय केंद्र प्रोजेक्ट, पूर्वी चंपारण, प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल के साथ संयुक्त अभियान चलाकर रक्सौल में छापा कर 08 लड़कियों और 03 लड़को को मुक्त कराया गया ।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा (एएचटीयू) को झारखंड से एक पीड़ित लड़की की माँ ने गुहार लगाई कि उनकी बेटी को रक्सौल में जॉब दिलवाने और अच्छी पगार के नाम पर बहला फुसला कर बुलाया गया और बंधक बना लिया गया इसके बाद धमकी दी कि यदि 12000 रुपए नही भेजे तो लड़की को नहीं छोड़ेंगे। इसके पश्चात इंस्पेक्टर शर्मा ने मोबाइल नम्बर की मांग की और उसकी लोकेशन को लिया गया किंतु उसकी ग्रेडिंग अच्छी ना होने के कारण लड़की को ढूंढना बहुत मुश्किल हो गया था, दो दिन बाद बहुत मुश्किल से लोकेशन खोज ली गई। फिर इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री धीरेंद्र कुमार से संपर्क कर संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सहयोग पर बात की। श्री धीरेंद्र कुमार ने पूरे मामले की गंभीरता समझते हुए तुरंत थाना रक्सौल और अन्य बल को तैयार कर छापा के लिए इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा के साथ नेतृत्व करते हुए निकल पड़े। जब लोकेशन पर छापा पड़ रहा था पूरे रक्सौल मे चर्चा का विषय बन गया। प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर की आरती कुमारी के काउंसलिंग करने के उपरांत लड़कियों से जो जानकारी मिली स्तब्ध करने वाली थी, लड़कियों ने बताया कि रात में नशे की दवाई खिला कर सोने के बाद उनके साथ यौन शोषण किया जा रहा था, पर डर के कारण चुपचाप सह रही थी। सभी लड़कियाँ अनुसूचित जनजाति की हैं 07 लड़कियाँ झारखंड की और 01 बंगाल की थी। तीन पीड़ित लड़को से जानकारी मिली कि यदि उन्हें उनके 20 हजार रुपए वापस मिल जाते तो वो वापस चले जाते किंतु गरीब परिवार के हैं और उनके लिए ये रुपए बहुत बड़ी रकम है। सभी लड़कियों ने बताया कि फोन काल कर नेटवर्किंग और जॉब के नाम पर तीन-तीन लड़कियों को मोटिवेशन कर के रक्सौल (बिहार) आने को कहा तभी यहाँ से जाने देंगे। उन्होंने बताया की फोन कॉलिंग के दौरान व्यक्ति सामने रहते थे । इस घटना में शामिल 05 अभियुक्तों में से एक व्यक्ति और एक महिला को गिरफ्तार किया गया है।बाकी तीन अपराधियों पर दबिश की जा रही है और खोजबीन चल रही है।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री धीरेंद्र कुमार ने कहा समाज में ऐसे अपराधों की रोकथाम पर आगे भी ऐसी कार्यवाहीयां होती रहेंगी। प्रयास की आरती कुमारी ने कहा कि मार्केटिंग के नाम पर अपराधी ऐसे देह व्यापार के कार्यों को अंजाम देना यहाँ पहली बार सामने आया। इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा (एएचटी यू) ने कहा कि मानव तस्करी का ये एक और भयंकर चलन समाज के सामने उजागर हुआ है। संयुक्त रेस्क्यू ऑप्रेशन में निम्नलिखित लोग शामिल रहे । मानव तस्करी रोधी इकाई क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया कार्यालय 47वीं वाहिनी रक्सौल से इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक अनिल शर्मा, हवलदार अरविंद द्विवेदी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री धीरेंद्र कुमारअंचलाधिकारी रक्सौल विजय कुमाररक्सौल थानाध्यक्ष से नीरज कुमार महिला शुभम कुमारी एवं थाना के महिला, पुरूष सशस्त्र बलप्रयास जुबेनाइल एड सेंटर रक्सौल से आरती कुमारी, राज गुप्ता, विजय शर्मान्याय केंद्र प्रोजेक्ट, पूर्वी चंपारण के सदस्य इत्यादि रहे।