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आम बजट(Union Budget) तैयार कैसे होता है, आइए जानते है, उसकी पूरी पक्रिया के बारे में

  • 2021 का आम बजट 1 फरवरी को पेश किया जायेगा
  • रिपोर्ट : संजीव सुमन

News24 Bite

January 30, 2021 4:52 pm

Aam Budget. दोस्तों हम सबने बजट के बारे में जरूर सुना है। चाहे वह घर का बजट हो या देश का। आपको अपने घर के महीने भर का बजट बनाने में ही कई बार पसीने आ जाते होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पूरे देश का सालभर का बजट (Union Budget 2021-22) बनाना कितनी बड़ी चुनौती है? देश के हर राज्य हर मंत्रालय की जरूरतों को पूरा करना कोई आसान काम नहीं है। यह एक लंबी और काफी जटिल प्रक्रिया है, जिसे पूरा करने में बहुत ज्यादा समय लगता है। देश की राजधानी दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में वित्त मंत्रालय का ऑफिस है। वित्त मंत्रालय का सबसे महत्वपूर्ण कार्य देश को सालाना बजट देना होता है। इसे तैयार करने वालों में अर्थशास्त्रियों, वित्त मामलों के जानकारों तमाम दूसरे विशेषज्ञों की अहम भूमिका रहती है, लेकिन इसका पूरा श्रेय मिलता है वित्त मंत्री को, क्योंकि वहीं बजट को देश के सामने पेश करते हैं।

नॉर्थ ब्लॉक में ही गुजरती है अधिकारियों की रातें

बजट बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। बजट बनाने के लिए वित्त मंत्रालय के अधिकारी दिन रात मेहनत करते हैं, यह काम इतना बड़ा होता है कि उनके लिए परिवार के लिए समय निकालना भी मुश्किल होता है। बजट प्रक्रिया को गोपनीय रखने के लिए उनका संपर्क पूरी दुनिया से कटा रहता है, बजट के अंतिम समय में तो उनके मोबाइल रखने पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाता है। इस दौरान नॉर्थ ब्लॉक के आसपास बिना कारण लोगो को जाने की इजाजत नहीं होती।

अलग-अलग संस्थाओं संगठनों की भी ली जाती है राय

बजट के निर्माण में वित्त सचिव, राजस्व सचिव ,सचिव व्यय की भूमिका सबसे अहम होती है।ह मेशा की तरह इस बार का बजट भी इन्हीं की देखरेख में बन रहा है, इनकी हर रोज कई बार वित्त मंत्री से इस बजट पर बातचीत होती है। बैठकों का दौर देर रात तक चलता रहता है। बैठक या तो नॉर्थ ब्लॉक में होती है या वित्त मंत्री के निवास पर, जानकारी के मुताबिक उपर्युक्त सभी सचिवों के नेतृत्व में बजट की तैयारी चलती है लेकिन वित्त सचिव का स्थान खास होता है,उन्हें प्रधानमंत्री,वित्त मंत्री बार-बार अपने दफ्तर में बजट की तैयारी के लिए तलब करते रहते हैं,हालांकि पिछले कुछ सालों में वित्त मंत्री अपने खास सलाहकारों को भी बजट की टीम में रखने लगे हैं,बजट से पहले तमाम प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष करों को अंतिम रूप दिया जाता है। इसके अलावा बजट बनाने के लिए विभिन्न चैंबरों, संस्थाओं, संगठनों से बातचीत की जाती है उनकी राय ली जाती है। इनके अलावा अतिरिक्त सचिव व्यय, नीति आयोग के सदस्य सचिव राष्ट्रीय सलाहकार परिषद भी बजट बनाने में मदद करती है,इस दौरान पूरी टीम को प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, योजना आयोग के उपाध्यक्ष आर्थिक सहालकार परिषद का सहयोग मिलता रहता है।

आइए जानते हैं बजट से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

  • आम बजट में देश के सभी मंत्रालयों विभागों में साल भर में खर्च किए जाने वाली मदों राजस्व प्राप्ति का ब्यौरा रहता है।
  • आम बजट में एक वित्तीय वर्ष यानि 1 अप्रैल से 31 मार्च का लेखा जोखा होता है।
  • किन-किन योजनाओं पर साल भर में कितना खर्च करना है इसकी सभी जानकारी इस बजट में होती है।
  • रेल बजट पहले आम बजट का ही हिस्सा होता था लेकिन जब रेल बजट, आम बजट के लगभग 70 प्रतिशत तक पहुंच गया तो इस पर व्यापक ध्यान देने के लिए रेल बजट को आम बजट से अलग कर दिया गया था।

आइयें जानते हैं बजट का समय

पहले आम बजट को फरवरी के अंतिम संसदीय कार्यकारी दिन को पेश किया जाता था। बजट पेश करने का समय वर्ष 2000 तक शाम 5 बजे का होता था। बता दें कि ब्रिटिश शासन काल में भारत का बजट ब्रिटेन में दोपहर को पास होता था, इसके बाद शाम 5 बजे इसे भारतीय संसद में पेश किया जाता था। लेकिन आजादी के बाद 2001 में एनडीए के शासन काल में बीजेपी के वित्त मंत्री यशवंत सिंह ने सालों से चली आ रही इस परंपरा को तोड़ बजट का समय सुबह 11 बजे का कर दिया, तब से बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाता है। अब मोदी सरकार ने आम बजट पेश किए जाने का समय 1 फरवरी को तय कर दिया है, जिसके बाद अब 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाता है। तो इस तरह भारतीय आम बजट इन पक्रियाओं से गुजरते हुए हर साल 1 फरवरी को केन्द्रीय वित्त मंत्री के द्वारा संसद में पेश किया जाता है। रिपोर्ट : संजीव सुमन

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