नई दिल्ली. शुक्रवार को भारत के रक्षा मंत्री (Defence Minister) राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा गोवा में भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) के एक पोत और दो अवरोधक नौकाओं (Interceptor Boats) का जलावतरण किया।
राजनाथ सिंह ने देश में निर्मित भारतीय तटरक्षक बल की पोत ‘सचेत’ और C-450 एवं C-451 अवरोधक नौकाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा गोवा में जलावतरण किया। बता दे, अत्याधुनिक नौवहन एवं संचार उपकरणों से लैस पोत ‘सचेत’ को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) द्वारा देश में ही डिजाइन एवं निर्मित किया गया है।
देश के लिए गर्व की बात है-रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री ने आईसीजी और जीएसएल की सराहना करते हुए कहा, ‘‘इन पोतों का निर्माण तटीय क्षमता निर्माण प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इसके अलावा, कोविड-19 जैसी चुनौतियों के बावजूद यह देश की सुरक्षा एवं हिफाजत के लिए हमारी प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी है। ‘हमारे समुद्री रक्षक’, आईसीजी और भारतीय जहाज निर्माण उद्योग की बढ़ती ताकत देश के लिए गर्व की बात है।’’ साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा भारतीय शिपयार्ड प्रधानमंत्री मोदी के आह्वाहन ‘ मेक इन इंडिया’ के विजन और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
पोत ‘सचेत’ के बारे में जानते है
सचेत का अर्थ सतर्कता है, जो राष्ट्र के समुद्री हित की ‘पूर्ति और संरक्षण के लिए सदैव सतर्क रहने’ की आईसीजी की इच्छा और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ‘आईसीजीएस सचेत’ की कमान उप महानिरीक्षक राजेश मित्तल द्वारा संभाली जा रही है और 11 अधिकारी एवं 110 कर्मी यहां तैनात हैं।
इस 105 मीटर लंबे पोत ‘सचेत’ का वजन करीब 2,350 टन है और यह 9,100 किलोवाट के दो डीजल इंजनों द्वारा संचालित होता है, जिन्हें 6,000 नॉटिकल मील की सहनशक्ति के साथ 26 समुद्री मील (नॉट) की अधिकतम गति से चलने लायक डिजाइन किया गया है।
इसमें नए उपकरण एवं बेहतर टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है। यह पोत तेजी से बोर्डिंग और तलाश एवं बचाव अभियानों के लिए दोहरे इंजन वाले एक हेलिकॉप्टर, उच्च गति वाली चार नौकाओं और हवा से भरी जाने वाली एक नौका को ले जाने में सक्षम है।
यह समुद्र में तेल फैलने के कारण होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए सीमित प्रदूषण रोधी उपकरण ले जाने में भी सक्षम है।
‘सी-450’ और ‘सी-451’ के बारे में जानते है
अवरोधक नौकाओं ‘सी-450’ और ‘सी-451’ का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो शिपयार्ड (Larsen and Toubro) द्वारा द्वारा देश में ही डिजाइन एवं निर्मित किया गया हैं।
यह नवीनतम नौवहन तथा संचार उपकरणों से लैस हैं। इसकी लंबाई 30 मीटर है, तथा ये 45 समुद्री मील (नॉट) से भी अधिक गति प्राप्त करने में सक्षम हैं।
इन्हें उच्च गति से अवरोधन, तट के निकट गश्ती एवं कम तीव्रता के समुद्री अभियानों के लिए तैयार किया गया है। आईबी की त्वरित जवाबी कार्रवाई क्षमता किसी भी उभरती समुद्री परिस्थिति से निपटने और उसे विफल करने की दृष्टि से इसे एक आदर्श प्लेटफॉर्म बनाती है। इन नौकाओं की कमान सहायक कमांडेंट गौरव कुमार गोला और सहायक कमांडेंट अकिन जुत्शी संभाल रहे हैं।