पटना. बिहार के नालंदा जिले के अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में पूर्वोत्तर भारत का पहला ग्लास ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। हमारे संवादाता संजीव सुमन ने जो जानकारी दिया हैं। उसके अनुसार, इस ब्रिज का बनाने का मकसद देशी-विदेशी पर्यटकों को और ज्यादा आकर्षित करना है। इसके अलावा आसपास के सभी पर्यटन स्थल जैसे वेणुबन की भी साजसज्जा अत्याधुनिक तरीके से सजावट की जा रही है, ताकि पर्यटक यहाँ आकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर सके।
चीन के हांगझोऊ प्रांत में स्थित 120 मीटर ऊंचे कांच के पुल (Glass Bridge) की तर्ज पर ही इसका निर्माण किया गया हैं। यह बिहार के राजगीर का प्राकृतिक सौंदर्य बिखेरने में चार चांद लगाएगा।अभी-अभी कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में बन रहे नेचर सफारी के ग्लास ब्रिज का औचक निरीक्षण करने पहुँचे थे। जहां उन्होंने जू सफारी का निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने ग्लास ब्रिज पर चढ़कर इसके खूबसूरती का लुफ्त भी उठाया।
इस नेचर सफारी में ग्लास ब्रिज के अलावा, जू सफारी, और रोप साइकलिंग करने की भी सुविधा है।
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस ब्रिज को जंगल सफारी के अंदर बनाया गया हैं। इस 500 एकड़ वन क्षेत्र में फैले सफारी का मुख्य द्वार काफी आकर्षक बनाया गया हैं। अन्दरूनी खबर के अनुसार, इस स्काई वॉक की कुल लंबाई 85 फीट और चौड़ाई लगभग 6 फीट हैं। घाटी से इसकी ऊंचाई लगभग 250 फीट हैं। इस पर एक साथ 40 लोग जा सकेंगे, लेकिन अंतिम छोर पर एक साथ 10 से 12 लोग ही जा सकेंगे।
मौके पर नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया की कार्य अंतिम दौर में है, जल्द काम पूरा हो जाएगा और मार्च में इसे आम लोग के लिए खोल दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सुरक्षा का समुचित बंदोबस्त किया जाएगा