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डॉ हेना चंद्रा : सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं समाजसेवी (Dr Hena Chandra Biography)

News24 Bite

May 14, 2021 5:56 pm

Best Gynecologists in Motihari. आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे है। जिनकी तारीफ और उपलब्धि की बात करने जाये तो शब्द ही कम पड़ जाए। जी हाँ हम बात कर रहे है मोतिहारी की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ, समाजसेवी सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष डॉ हेना चंद्रा के बारे में। मिलनसार स्वभाव एवं बेबाक व्यक्तित्व की धनी डॉ चंद्रा मोतिहारी में ‘चंद्रा लाइफलाइन हॉस्पिटल’ चलाती है।

डॉ चंद्रा अपने प्रोफेशन के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती है। नारी सशक्तिकरण के लिए अक्सर अपनी आवाज़ बुलंद करते देखी जाती है।

पारिवारिक पृष्भूमि

डॉ हेना चंद्रा का जन्म गया में हुआ है। उनके पिता निरंजन प्रसाद रिटायर रजिस्ट्रार (Civil Court Gaya) है, जबकि माँ विणा प्रसाद गृहणी है। डॉ चंद्रा ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज से 2011 में MBBS कंप्लीट किया है। इनके पति डॉ चंद्र सुभाष मोतिहारी शहर के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं सर्जन है। इनको दो बच्चे है। प्रनिल चंद्रा (उम्र : 9 वर्ष) तथा प्रांजल (उम्र : 7 वर्ष)।

करियर (Career)

डॉ चंद्रा ने अपनी मेडिकल प्रैक्टिस 2015 में शुरू किया। मोतिहारी में ‘चंद्रा लाइफलाइन हॉस्पिटल” चलाती है। मात्र 5 वर्षो में उन्होंने शहर में अपनी खास पहचान बनाई है। वे सोशल वर्क में काफी दिलचस्पी रखती है।

Chandra Lifeline Hospital Pvt. (Belbanwa, Motihari)

बीजेपी जिला उपाध्यक्ष

डॉ चंद्रा ने 2019 में बीजेपी ज्वाइन किया था। बेबाक व्यक्तित्व की धनी डॉ चंद्रा ने अपनी योग्यता के बल पर बेहद कम समय में ही पार्टी में अपनी अलग पहचान बनाई है। वर्तमान में वें पार्टी की जिला उपाध्यक्ष है।

चंपारण की महिला सबल एवं सशक्त हो – डॉ चंद्रा

न्यूज़ 24 बाईट के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा :

चंपारण के लोगों को लिए स्वास्थ एवं शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहती हूँ। महिला सबल एवं सशक्त हो, ऐसे चंपारण की कल्पना करती हूं।

नारी सशक्तिकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा

डॉ चंद्रा नारी सशक्तिकरण को लेकर हमेशा से तत्पर रही है, जरुरत पड़ने पर उनके साथ खड़ी रहती है। उनका कहना है। नारी सशक्तिकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा है। मौलिक रूप से हमारा समाज एक पुरुष प्रधान समाज रहा है। महिलाओं को हमेशा यहां दोयम दर्जे का स्थान ही मिला है। लकिन आज की महिलाएं सिर्फ घर गृहस्थी को संभालने तक ही सीमित नहीं रही हैं, बल्कि हर क्षेत्र में उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है।

निःशुल्क चिकित्सा शिविर

जिले के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में डॉ चंद्रा के द्वारा समय-समय पर निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है जहां उनके द्वारा गरीब एवं असहाय मरीज़ों को निःशुल्क चिकित्सकीय परामर्श एवं दवा वितरण किया जाता है।

निःशुल्क चिकित्सा शिविर

संतान सुख अब सपना नहीं

‘बांझ’ यह सब्द सुनने में भले ही अटपटा लगता है, परंतु यह सत्य है कि आज भी हमारे समाज में बांझ शब्द उन औरतो को ताने के रूप में सुनने को मिलता है जिन्हे समय रहते संतान का सुख न पाया हो। ऐसे ही औरतो के लिए डॉ चंद्रा किसी मसीहा से कम नहीं है। उन्होंने अपने हॉस्पिटल में अब तक दर्जनों ऐसे लोगो का सफल और निशुल्क इलाज किया है।

दोषी कोई भी हो, उसे सिर्फ़ और सिर्फ़ सज़ाए मौत मिलनी चाहिए

न्यूज़ 24 बाईट के साथ बातचीत के दौरान डॉ चंद्रा ने कह :

बेटी 8 की हो या 18 की, दलित की हो या मुसलमान की या किसी भी जाति, धर्म या मजहब की हो, वो कुछ भी होने से पहले एक बेटी है जिसकी गरिमा और अस्मिता को बचाना हर एक नागरिक का दायित्व है…दोषी कोई भी हो, उसे सिर्फ़ और सिर्फ़ सज़ाए मौत मिलनी चाहिए….इसपर राजनीति नही होनी चाहिए ….

Car : इनके पास फिलहाल Maruti XL6 कार है।

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