सिवान. जिस तरह से कोरोना वायरस (Coronavirus) की शुरुआत चीन के विहान शहर से हुई और पूरा चीन डगमगा गया उसी तरह बिहार भी सिवान के मामलो को लेकर हताश है, निराश है और परेशान है। अब सीवान भी बिहार का कोरोना हब बनता जा रहा है, बिहार में अबतक 51 केस सामने आ चुके है और हैरानी की बात यह है कि इन 51 केस में केवल सिवान से ही 20 मामले सामने आये है और इसी वजह से कहना पड़ रहा है कि सीवान के हालात चीन के वुहान जैसे हो गई है।
सीवान में जो 20 लोग कोरोना वायरस के चपेट में आए उनमे से 9 लोग एक ही महिला के संपर्क में आने से बीमार हुए, महिला उन्ही 9 लोगो के परिवार का हिस्सा है और कुछ दिन पहले ओमान से बिहार पहुंची थी। लेकिन जबतक उस महिला की रिपोर्ट आती तबतक वो लोगो में कोरोना का मौत वाला वायरस बाँट चुकी थी। महिला के परिवार में 12-12 साल की दो बच्चियां और 10 साल का एक बच्चा है और ये लोग भी संक्रमित है। आकड़े कहते है कि पूरे बिहार से 40% आकड़ा सिर्फ सीवान का है वैसे तो सीवान में पहला केस 27 मार्च को नौतन थाने के अमरौता गावं से सामने आया था। उसके बाद जिले के 4 लोग और संक्रमित हो गए, जो खड़ी देशो से बिहार पहुंचे थे। यह आकड़ा धीरे धीरे बढ़ता गया और अब हालात खतरनाक होते जा रहा है।
बिहार के लिए दुःख की बात यह है कि यहाँ लोगो की जाँच उस तरह से नहीं हो पा रही जैसी होनी चाहिए और जबतक टेस्टिंग नहीं हो पाती यह बताना भी नामुंकिन है कि सामने वाला शख्स कोरोना से पीड़ित हैं या नहीं।
ज्ञात हो बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी खुद सीवान से ही ताल्लुकात रखते है ऐसे में उन्हें ये बात जल्द से जल्द सोचनी होगी क्या करने से हालात कंट्रोल में आएंगे, अगर वक्त रहते मंगल पांडेय ने इसपर संज्ञान नहीं लिया तो बिहार की तस्वीर भी कोरोना के धब्बो से दागदार हो सकती है।