• बुद्धिमान व्यक्ति चिन्तन मेँ ही अपना जयादतर समय बर्बाद करते है करते कम है सोचते जयादा है जबकि कम पढ़े लिखे लोग इसके विपरीत करने में जयादा विश्वास रखते है।
  • सामाजिक ज्ञान कम होता है और यथासम्भव सामाजिकता से दूर रहते हैँ।
  • यदि कोई इनकी बात से सहमत नहीँ होता तो ये क्रोधित हो जाते हैँ।
  • अपने सामने ये किसी को कुछ नहीं समझते हमेसा अहम् में रहते है की यही सब कुछ जानते है जो की कभी-कभी नुकसान दे जाता है
  • ये हमेसा बहस व चर्चा से दूर रहने की कोसिस करते है चर्चा करने से कभी-कभी कुछ बातें जयादा आसान हो जाती है ।
  • " /> कम बुद्धिमान लोग इतने अमीर क्यों हो जाते हैं जबकि बुद्धिमान लोग केवल नौकरी करते हैं? - News24Bite
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    कम बुद्धिमान लोग इतने अमीर क्यों हो जाते हैं जबकि बुद्धिमान लोग केवल नौकरी करते हैं?

    News24 Bite

    February 2, 2020 1:49 pm

    बुद्धिमान व्यक्ति हमेसा सुरक्षित रास्ता अपनाता है कुछ नया करने की कोशिश नहीं करना चाहता जबकि कम बुद्धिमान व्यक्ति कभी भी जोखिम उठाने से नहीं डरते और नये रास्ते नयी मंज़िल की तलाश करते करते कामयाब भी हो जाते है,क्यूँकि कम बूधि वाले रिस्क ले सकते हैं । कोई भी छोटा बड़ा काम करने में उनका EGO हर्ट नहीं होता, उन्हें असफल होने का डर नहीं होता। और यह बात साबित भी हो चुकी है जो असफलताओ से बिना घबराये निरंतर काम करता है आखिर में वही सफलता का स्वाद चखता है अगर आप असफलता के डर से हाथ पे हाथ धरे बैठे रहेंगे कुछ नया नहीं करेंगे तो सफल कैसे होंगे ? दुनिया में ऐसे हजारो उदाहरण मिल जायेंगे जो सधारण दिमाग या कहे कम पढ़े लिखे होने के बावजूद दुनिया में अपनी सफलता का परचम लहराया है जिनके पास कोई खास डिग्री भी नहीं थी फिर भी दुनिया के अमीरो के श्रेणी में आते है लोग उन्हें अपना रोल मॉडल मानते है जैसे सचिन तेंदुलकर, नरेंद्र मोदी, FORD Henry owner Henry Ford, Dhirubhai Ambani, walt disney, Kapil Dev इत्यादि, एक शोध के अनुसार बुद्धिमान लोगोँ के पास बुद्धि तो होती है पर समझदारी कम होती है, हम उनके कुछ गुण एवं अवगुण से आपको परिचित करवाते है जो की इसप्रकार है :

    1. बुद्धिमान व्यक्ति चिन्तन मेँ ही अपना जयादतर समय बर्बाद करते है करते कम है सोचते जयादा है जबकि कम पढ़े लिखे लोग इसके विपरीत करने में जयादा विश्वास रखते है।
    2. सामाजिक ज्ञान कम होता है और यथासम्भव सामाजिकता से दूर रहते हैँ।
    3. यदि कोई इनकी बात से सहमत नहीँ होता तो ये क्रोधित हो जाते हैँ।
    4. अपने सामने ये किसी को कुछ नहीं समझते हमेसा अहम् में रहते है की यही सब कुछ जानते है जो की कभी-कभी नुकसान दे जाता है
    5. ये हमेसा बहस व चर्चा से दूर रहने की कोसिस करते है चर्चा करने से कभी-कभी कुछ बातें जयादा आसान हो जाती है ।
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