Madhya Pradesh. एक बार फिर से रीवा पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। कोरोना महामारी के इस काल में लॉक डाउन लगने से गरीब किसान परेशान है। एक वक्त के राशन के इंतजाम में दर-दर की ठोकरे खा रहा है। तो वही पुलिस अपनी दबंगई दिखाते हुए किसानों के खेतों में जाकर सब्जियां नष्ट कर रही है तो कहीं खेतो में में काम कर रहे किसानों के साथ मारपीट।
जी हाँ यह तस्वीर देखने को मिली है मध्यप्रदेश के रीवा से जहां पुलिस ने एक किसान की टोकरी से भरी सब्जी में लात मारी है इतना ही नहीं पुलिस वाले ने किसान के मोटर साइकिल की हवा तक निकाल दी। यह सब पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह की मौजूदगी में हुआ है। यह पूरा मामला रीवा जिले के बीडा-सेमरिया मार्ग का बताया जा रहा है। जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश शहर में लॉकडाउन का जायजा लेने के लिए निकले थे। उसी दौरान उन्हें पता चला कि कुछ किसान चोरी से खेतों और अपने घरों से सब्जी बेच रहे हैं।
इस घटना को जांचने के लिए एसपी खेतों की तरफ चले गए। वहां उन्होंने देखा की कुछ लोग लॉकडाउन के नियमों की अनदेखी कर रहे हैं और कुछ किसान गांव के आसपास घर और खेतों से चोरी छिपे सब्जी बेच रहे हैं।
जैसे ही पुलिस की नजर इन किसानों पर पड़ी, तो दो पुलिसकर्मी एसपी की गाड़ी से उतरे। पहले एक पुलिसवाले ने किसान की सब्जी लात मारी और दूसरे ने एक किसान की बाइक की हवा निकाल दी। पुलिस की सरेआम इस गुंडागर्दी को कार में बैठ एसपी राकेश सिंह देखते रहे।
कोरोना काल में खेतों में किसानों को काम करने की छूट है, बावजूद इसके पुलिस ने किसानों के साथ गलत सलूक किया। वहीं इस मामले में किसानों में काफी गुस्सा है, उनका आरोप है कि पुलिस ने दबंई दिखाई है और मारपीट कर सब्जियां लूट ली। जबकि वो लोग खेतों में काम कर रहे थे न कि सब्जियां बेच रहे थे।