मोतिहारी. प्रोफेसर बंदना मेहता के मन की बात – समाज में एक चलन ऐसा भी चलाओ कि जब भी किसी कोरोना (COVID-19) संक्रमित को क्वारंटाइन या आइसोलेशन के लिए ले जाया जा रहा हो तो बजाय उनकी वीडियोग्राफी करके उन्हें अपराधी जैसा अनुभव कराने के जगह अपनी बालकनी या घर के दरवाजे़ से आवाज लगाकर, हाथ उठाकर, हौसला अफ़जाई करने वाले अंदाज में उन्हें जल्दी ठीक होने का आश्वासन दे, उन्हें धैर्य बधाएं, उन्हें सकारात्मक सहयोग देते हुए जल्द ठीक होकर घर वापिस आने की शुभकामनाएं दें।
उनकी फैमिली मेंबर उनके पड़ोसी तथा उनको इलाज करने वाले डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मचारी की इज़्ज़त करें।
यह कोई ऐसी बीमारी नहीं है जो किसी अपराध की श्रेणी में आती हो और ना ही यह बीमारी किसी गलत काम करने से लगती है। यह किसी को भी कहीं पर भी हो सकती है। उनकी फैमिली की इज्जत करें, जरूरत की चीज उनके घर पर पहुंचाएं। उनके लिए प्रार्थना करें, उन्हें खुद के अच्छे पड़ौसी, मित्र होने का अहसास दिलाएं।
कोरोना संक्रमित को Get well soon कहें। ऐसा करने से उन्हें तो अच्छा लगेगा ही आपको भी शांति प्राप्त होगी।
क्योंकि इस स्थान पर हममें से कोई भी हो सकता है। जो भी होगा हमारा अपना ही होगा। बीमारी दवा से कम मनोबल से ज़्यादा ठीक होती है। एक दूसरे का मनोबल बढ़ाएं। यह सब करने से हमारे चारों तरफ फैली हुई नेगेटिविटी कम होगी और बीमारी का डर भी कम होगा
सबका मंगल हो।
सब स्वस्थ रहें – प्रोफेसर बंदना मेहता (बीजेपी जिला मंत्री)