Bihar Legislative Assembly election 2020: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले सियासी खिचड़ी पकनी शुरू हो गई है। नीतीश सरकार (CM Nitish Kumar) को लेकर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (LJP President Chirag Paswan) के तेवर गरम हैं। जिससे जेडीयू (JDU) और लोजपा (LJP) के बीच चल रहे फाइट के बीच बिहार के समीकरण में बड़े बदलाव के संकेत मिलने लगे हैं। तो वही दूसरी तरफ जन अधिकार पार्टी (Jan Adhikar Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने जमकर चिराग पासवान की तारीफ की है, उन्होंने कहा कि बिहार में बदलाव अब तभी होगा, जब चिराग पासवान बिहार के सीएम बनेंगे।
चार घंटे तक बंद कमरे में बातचीत
सूत्रों के अनुसार शुक्रवार, 14 अगस्त की देर रात पटना में पप्पू यादव ने चिराग पासवान से मुलाकात की जहां दोनों के बिच करीब चार घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। मुलाकात के दौरान पप्पू यादव ने चिराग पासवान को CM बनने का खुला ऑफर दिया है। पप्पू यादव चाहते हैं कि बिहार में एक नया समीकरण (थर्ड फ्रंट) बने, जिसमें कांग्रेस, लोजपा और जन अधिकारी पार्टी शामिल हो। बतौर सीएम के चेहरे के तौर पर चिराग पासवान रहें। इस संदर्भ में जब पप्पू यादव से पुछा गया तो उन्होंने कहा कि अब बिहार में बदलाव की जरूरत है। चिराग पासवान में अपार संभावनाएं हैं, समय आ गया है कि चिराग पासवान आगे आए और बिहार का नेतृत्व करें। हम उनके साथ हैं, पूरा बिहार चिराग पासवान को नए चेहरे के रूप में देख रहा है।
पप्पू यादव ने जोरदार हमला करते हुए कहा कि बिहार में बीते 30 सालों की राजनीति एक महापाप है, एक कुर्म है जो बिहार को खत्म कर दिया है। सुशासन बाबू उद्घाटन देवता बनते हैं, सीएम नीतीश कुमार बिहार में बाढ़, कोरोना और अपराध पर बात नहीं करते हैं।
चिराग पासवान ने की बैठक
खबरों के अनुसार, चिराग पासवान ने लोजपा पार्टी कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की है, जिसमे चिराग ने अपने नेताओं के साथ वर्तमान राजनीतिक हालात और जेडीयू के साथ रिश्तों पर चर्चा की, साथ ही चिराग ने नेताओं से उनकी राय मांगी और आगे की रणनीति पर चर्चा हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बहुत जल्द पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी जिसमे तय होगा की आगे क्या करना है।
जदयू सांसद ललन सिंह ने चिराग को कहा कालिदास
मुख्यमंत्री नीतीश पर चिराग के हमले के जवाब में जदयू सांसद ललन सिंह ने चिराग पासवान की तुलना कालिदास से करते हुए कहा था कि वे जिस पेड़ पर बैठे हैं उसी की डाल को काट रहे हैं। तो उनके इस बयान के पलटवार में लोजपा ने भी जदयू को सूरदास बता दिया।
चिराग ने नीतीश से पूछा – 15 साल में क्या बदलाव किए?
चिराग पिछले कुछ दिनों से लगातार नीतीश पर हमले कर रहे हैं। कोरोना और बाढ़ को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाए थे। चिराग ने कहा था, ‘नीतीश कोरोना संक्रमण और बाढ़ से निपटने में विफल रहे हैं। अस्पतालों से लगातार डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। नीतीश 15 साल से सत्ता में हैं, इसके बावजूद बिहार में क्या बदलाव आया? वही चिराग के इस बयानबाजी पर जदयू के नेताओं ने आपत्ति जाहिर किया है।
एनडीए में चिराग आउट और मांझी इन!
बिहार में जिस तरह सियासी समीकरण बन रहे हैं उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि लोजपा एनडीए से बाहर हो जाए और जीतन राम मांझी की एंट्री हो जाए। चाहे कुछ भी हो, एनडीए यह जरूर चाहेगी कि चुनाव के मद्देनजर उसके साथ एक दलित चेहरा जरूर हो। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि मांझी कब एनडीए में शामिल होंगे। लेकिन, इतना तय है कि देर-सवेर मांझी पाला बदलेंगे और महा गठबंधन का दामन छोड़कर एनडीए में शामिल हो जाएंगे।