Bettiah. अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाने वाले बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) का का अंदाज बड़ा ही निराला है, कभी गमछा बांध सड़क पर घूमते दिख जाते है तो कभी गाय का दूध दुहते, हाल ही में उनका भोजपुरी में सवांद ‘सटला त गईला बेटा’ खूब चर्चा में रहा था।
वही सोमवार को पश्चिमी चम्पारण के बेतिया पहुंचे डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक किया जिसमे कोरोना संक्रमण को लेकर मास्क की अनिवार्यता के बारे में अभियान चलाने तथा कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। जानकारी के अनुसार गुप्तेश्वर पांडेय रविवार की रात ही पश्चिम चंपारण पहुंचे थे।
मास्क पहनने के लिए लोगों को किया जागरूक
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के बाद डीजीपी अकेले शहर में भ्रमण करने के लिए निकल पड़े, उन्होंने विभिन्न चौक-चौराहों एवं बाजार में लोगो को कोरोना महामारी के काल में मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग (Social distancing) बनाए रखने को लेकर जागरूक किया।
बिहार के अनोखे गांव पहुंचे डीजीपी
डीजीपी सहोदरा थाने के कटरा गांव में पहुंचे, जहाँ उन्होंने गांव के बुजुर्ग एवं युवाओं से मुलाकात की तथा उनका उत्साहवर्धन किया और कहा कि इस गांव के लोग आदर्श हैं। यह गांव देश के लिए प्रेरणास्रोत है। बता दे, आजादी के बाद से अब तक इस गांव का कोई भी व्यक्ति केस मुकदमा करने के लिए थाने में नहीं गया है। सभी तरह के मामलो को इस गांव के लोग आपस में ही बैठकर सुलझा लेते हैं।
नाश्ते में रोटी और नमक-मिर्च
कटरा गांव में भ्रमण के दौरान डीजीपी गावं के हरि नारायण महतो के दरवाजे पर रुके, जहाँ उन्होंने दरवाजे पर खड़ी चंपा देवी से पुछा आज खाने में क्या बना है? चंपा देवी ने रोटी बनने की बात कही। तो डीजीपी ने रोटी के साथ नमक और मिर्च मांग बड़े आनंद से खाया। इसी दौरान उन्होंने घर में रखी चक्की भी चलाया।