असम. कोरोना महामारी के चलते पुरे देश में पिछले 50 दिनों से लॉक डाउन है, इस लॉक डाउन के कारन हजारो लोगो के काम धंधे पर असर पड़ा है। ऐसे वक्त में डिब्रूगढ़ पुलिस की दरियादिली की पुरे देश में चर्चा हो रही है।
बता दे, लॉकडाउन में साइकिल पर सब्जी बेचकर घर चलाने वाली एक लड़की को डिब्रूगढ़ पुलिस ने बाइक (मोपेड ) भेंट की है। पुलिस ने सब्जी बेचने वाली बच्ची को उसकी सुविधा और व्यापार के लिए बाइक तोहफे में दी है।
इस लड़की का नाम जनमोनी गोगोई है और यह अपने घर का लालन-पालन करने के लिए साइकिल पर सब्जी बेचती है। जनमोनी गोगोई पढ़ाई भी करती है, मगर, लॉकडाउन के दौरान परेशानियों को देखते हुए अपने कंधों पर अपने परिवार का जिम्मा उठाते हुए साइकिल पर सब्जी बेचनी शुरू कर दिया है।
वही डिब्रूगढ़ पुलिस ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा-,“जनमोनी गोगोई नाम की बच्ची इस समय में अपने परिवार का लालन-पालन करने के लिए साइकिल पर सब्जी बेचती है। इसलिए उसके आत्मसम्मान से प्रेरित होकर और अपने डीजीपी सर के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए कि हमें खुद को पुलिस फोर्स से अर्थव्यवस्था के सूत्राधार में बदलना है, उसे उसके व्यवसाय के लिए बाइक भेंट किया गया है।”
जनमोनी के पिता पिता कई सालो से है बीमार
जानकारी के मुताबिक जनमोनी के पिता पिछले 18 वर्षो से बीमार है। वे पैर से चल नहीं सकते। उसकी माँ परिवार को चलाने के लिए बोरबरुआ बाजार में सब्जी बेचने का काम करती है। लेकिन लॉक डाउन के कारन बाजार बंद है। इसलिए जनमोनी गावं गावं जाकर साइकिल से सब्जी बेचने का काम कर रही है।