Bettiah. पश्चिम चम्पारण के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने पश्चिम चंपारण जिले को मछली उत्पादन का हब बनाने की योजना बनाई है। मछली उत्पादन के जरिए जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने की योजना तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से मछली पालकों के जीवन स्तर में सुधार आएगा।
जानकारी के अनुसार डीएम कुंदन कुमार ने मत्स्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि जिले के मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि के साथ-साथ मछुआरों एवं मत्स्य कृषकों के आर्थिक उत्थान के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन दृढ़ हैं। इसके लिए अधिकारियों को तीव्र गति से तत्परतापूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि आधारभूत संरचना के विकास के साथ ही पोस्ट हाॅरवेस्ट मैनेजमेंट के तहत मत्स्य पालकों एवं उनके परिवारों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मुहैया कराया जाएगा। साथ ही उनका यह भी कहना है कि जल्द ही मछली उत्पादन के सारे काम को पूरा कर लिया जाएगा।
डीएम कुंदन कुमार ने जानकारी दिया है कि मत्स्य पालकों की सुविधा के मद्देनजर उन्हें ऑइस-प्लांट एवं कोल्ड स्टोरेज, रेफ्रिजेरेटेड वाहन, मोटरसाइकिल ऑइस बाॅक्स, साइकिल ऑइस बाॅक्स, इनसुलेटेड वाहन, मोबाइल फिश किऑस्क सहित मत्स्य एवं मत्स्य उत्पादों के ई-ट्रेडिंग एवं ई-मार्केटिंग के लिए ई-प्लेटफाॅर्म जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कारगर कदम उठाएं जाऐंगे।
डीएम – मछली उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं
पश्चिम चंपारण जिलाधिकारी ने कहा है कि मछली उत्पादकता में जिला को अग्रणी बनाने के लिए सभी प्रकार के आवश्यक उपाय किये जायेंगे। यहां मछली उत्पादकता में आत्मनिर्भर बनाने की असीम संभावनाएं है, आवश्यकता है विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रभावी ढ़ंग से अनुपालन करने की। समीक्षा बैठक में जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मछुआरे एवं मत्स्य कृषकों की आय को दोगुना करने एवं रोजगार के सृजन के संदर्भ में कार्ययोजना तैयार कर जितनी जल्दी हों उसे लागू करने की कार्रवाई को सुनिश्चित करें। साथ ही मत्स्य पालकों के समक्ष क्या-क्या कठिनाईयां हैं, इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें ताकि उनकी समस्याओं का निराकरण कर प्रशासनिक स्तर पर सहायता मुहैया करायी जा सके।
अब पर्यटन स्थलों पर बनेगा फिश टनल
जिलाधिकारी ने साफ तौर पर जिले के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर फिश टनल बनाने का आदेश दिया है। ऐसा पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए किया गया है। उन्होंने कहा फिश टनल पर्यटकों को आकर्षित करता है। इससे पश्चिम चम्पारण जिलें में पर्यटन को बल मिलेगा और शहर का भी विकास होगा।