हमारे देश में अब भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। उनके ऊपर तरह तरह के जुल्म किये जाते है। वे अक्सर समाज के दरिंदो के द्वारा अत्याचार का शिकार होती रही है। आखिर कब तक, बंदिशों में बंधे रहेंगी बेटियां। भारत की बेटियों को बंदिश नहीं, सुरक्षा चाहिए। हमारे समाज में बेटियों पर हो रहे अत्याचार को मैंने अपनी लेखनी के माध्यम से दर्शाने की कोशिश की है।
महिलाओं को तार-तार करने वाला इंसान।
अब कहां जाएगा।
कही बेटी मारी जा रही तो, कही बहू।
अब कितना, अत्याचार किया जाएगा।।
महिलाओं को तार-तार करने वाला इंसान।
अब कहां जाएगा।
कही दहेज-प्रथा तो, कही बलात्कार के लिए।
अब कितना, अत्याचार किया जाएगा।
महिलाओं को तार-तार करने वाला इंसान।
अब कहां जाएगा।।
आखिर कब तक, बंदिशों मे बंधी रहेगी बेटियां।
उन्हें कब, आज़ाद किया जाएगा।
महिलाओं को तार-तार करने वाला इंसान।
अब कहां जाएगा।।
कोई फांसी पर लटकाए तो, कोई ज़िन्दा जलाए।
अब कितना, अत्याचार किया जाएगा।
महिलाओं को तार-तार करने वाला इंसान।
अब कहां जाएगा ।।