उत्तर प्रदेश. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश भर में लॉकडाउन लगाया गया, जिसके कारन देश के अलग-अलग राज्यों में हजारों की तादाद में मजदूर फंसे हुए हैं, ये प्रवासी मजदूर लगातार अपने घर वापस जाने की मांग कर रहे हैं, मुंबई के बांद्रा में तो आप लोगो ने देखा ही होगा कैसे लोग हजारों की संख्या में इकठ्ठा हो घर जाने की माँग कर रहे थे।
वही एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सूबे में फंसे दूसरे राज्यों के मजदूरों को वापस उनके राज्यों में भेजने के लिए तैयार हैं, लेकिन दूसरी तरफ अन्य राज्यों में उत्तर प्रदेश के फंसे मजूदरों को वापस लाने पर खामोशी अख्तियार किए हुए हैं, ऐसे में विपक्ष लगातार सवाल खड़े कर रहा है। वही समाजवादी पार्टी ने कहा कि मजदूरों के मामले में योगी सरकार गैरों पे करम कर रही है तो अपनों पे सितम होते देख रही है।
बता दे, पिछले शुक्रवार यानि 17 अप्रैल को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों को वापस लाये जाने के बाद प्रवासी मजदूरों को वापस उनके राज्यों में भेजे जाने की मांग बढ़ गई थी, इसलिए सीएम योगी ने उनकी भी पूरी मदद का आश्वासन दिया। सीएम योगी ने कहा लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों के यूपी में फंसे लोगों को यदि उनके गृह राज्य की सरकार वापस बुलाने का निर्णय लेगी तो प्रदेश सरकार इसकी अनुमति प्रदान करते हुए ऐसे लोगों को वापस भेजने में सहयोग प्रदान करेगी।