5G Mobile Network : अगर हम बात करे भारत की तो यहाँ अब भी हम 4G मोबाइल नेटवर्क का ही इस्तेमाल कर रहे है। कुछ साल पहले रिलायंस जियो के बाजार में आने के बाद से लोगों ने असल मायने में 4G टेक्नोलॉजी की क्षमता को देखा। इसके बाद से ही मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में सबसे बड़ा बदलाव आया। हम साल 2020 में पहुंच चुके हैं और यह दौर 5G का है। 5G के बारे में पिछले करीब 2 सालों से चर्चा हो रही है। चीन, अमेरिका, जापान और यहां तक कि दक्षिण कोरिया जैसे देशों में इसका इस्तेमाल शुरू हो चुका है। अमेरिकी दूरसंचार कंपनी AT&T ने पहले से ही 5G के नाम से सेवा की टेस्टिंग शुरू कर दी है वही एक और दूरसंचार अमेरिकी कंपनी Sprint भी इस सेवा को शुरू करने की तैयारी में है।
बात करें भारत की तो यहाँ 2022 या 2023 तक 5G सर्विस शुरू हो सकता है। 5G के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की तैयारी में Reliance Jio और Airtel सबसे आगे है।
5G क्या है? What is 5G
बता दे, 5G मोबाइल नेटवर्क का पांचवा जेनरेशन है। इसमें आपको 4G के मुकाबले ज्यादा बेहतर और तेज इंटरनेट स्पीड की सुविधा मिलेगी। इसका बड़ा फायदा वीडियो स्ट्रीमिंग और डाटा ट्रांसफर में मिलेगा। 5G यह एक सॉफ्टवेयर आधारित नेटवर्क है, जिसे वायरलेस नेटवर्क की स्पीड और कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए डेवलप किया गया है। यह तकनीक डेटा क्वांटिटी को भी बढ़ाती है, जो वायरलेस नेटवर्क को ट्रांसमिट किया जा सकता है। 5G टेक्नोलॉजी का आधार मिलीमीटर वेव, छोटे सेल्स, मैक्सिमम, बीमफॉर्मिंग, फुल डुप्लेक्स जैसे पांच तकनीकों से मिलकर बनता है।
5G Technology कैसे काम करता है
5G के सिग्नल नई रेडियो फ्रीक्वेंसी पर चलते हैं, जिसके लिए सेल टावरों पर रेडियो और अन्य उपकरणों को अपडेट करने की आवश्यकता होती है।
इसमें कई नई तकनीक इस्तेमाल की जाएंगी और यह हाई फ्रिकवेंसी बैंड 3.5GHz से 26GHz या उससे भी ज्यादा पर काम करेगा। जहां 4G में Signals को Radiate करने के लिए बड़े High Power Cell Towers की जरूरत होती है वहीं 5G Wireless Signals को Transmit करने के लिए बहुत सारे Small Cell stations का इस्तेमाल करेगा। जिन्हें छोटी-छोटी जगह जैसे Light Poles या बिल्डिंग पर लगाया जा सकता है।
5G टेक्नोलॉजी के फायदे
इसका सबसे बड़ा फायदा इंटरनेट की बेहद तेज गति है। 5G से 80-100Mbps के बीच speed मिलने की संभावना है। कनेक्टिविटी काफी बेहतर होगी चाहे आप ट्रेन में हो या घनी आबादी वाले क्षेत्र में। इसके मदद से Autonomous Cars (ड्राइवरलेस कार) को Remotely चला सकेंगे।
5G के नुकसान
यहाँ अधिकांश पुराने डिवाइस 5G के लिए सक्षम नहीं हैं। इसलिए, उन सभी को नए के साथ replace करना महंगा साबित हो सकता है।