बिहार / आज (17 फरवरी, सोमवार ) से बिहार में मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो गई है, जो की 24 फरवरी तक चलेगी , वही 15 लाख से भी ज्यादा परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए है। लेकिन बिहार सरकार के सामने मुस्किले बढ़ती दिख रही है, सूबे के सारे नियोजित शिक्षक आज से हड़ताल पे चले गए है। आपको बता दे आज से शिक्षक संगठनो की हड़ताल है जो की अनिश्चित कालीन होगा। वही सरकार के तमाम चेतावनी एवं अपील के बाद भी शिक्षक संगठनो ने आज से हड़ताल पर जाने का फैशला कर लिया है एवं सूबे के 4 लाख से ज्यादा नियोजित शिक्षक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए है। तमाम जगह पर इसका असर भी देखने को मिल रहा है, राज्य के कई जिलों के स्कूलों में ताला लगा दिया गया है एवं शिक्षक हड़ताल कर रहे है।
गौरतलब है की बिहार के नियोजित शिक्षक समान वेतन, सेवाशर्त एवं सम्पूर्ण राज्यकर्मी का दर्जा इत्यादि मांगो को लेकर सरकार के सामने पिछले कई सालो से अपना मांग कर रहे है लेकिन सरकार लगातार इनके मांगो को अनदेखा करते आई है जिससे नराज सूबे के शिक्षको ने आखिरकार अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने फैशला किया। आपको बता दे राज्य के तमाम जिलों से हड़ताल की खबरे आ रही है। स्कूलो में ताले लगाए गए है, बंद किया गया। वही शिक्षक संगठनो ने शांति पूर्वक अपील करने की बात कही है ।
राज्य में हो रहे शिक्षक हड़ताल को लेकर सरकार ऐक्शन में आ गई है, एवं सरक़ार की तरफ से चेतावनी दी गई है जो भी शिक्षक हड़ताल पे जायेंगे उन्हें बर्खास्त किया जायेगा एवं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी ।
वही आज (सोमवार) शिक्षा विभाग से एक बाड़ी खबर आ रही है की बिहार शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव आर के महाजन के तरफ से राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र दिया गया है। इस पत्र में महाजन ने सभी शिक्षा पदाधिकारी को आदेश दिया है की राज्य में हो रहे हड़ताल को अवैध मानते छात्रहित में मैट्रिक की परीक्षा के संकलन, संचालन एवं मूल्यांकन कार्य में जो भी शिक्षक बाधा उत्पन्न करते है उनके खिलाफ नजदीकी थाने में प्राथमिक दर्ज कराते हुए उनके खिलाफ तुरंत कठोर अनुशासनिक कर्यवाही की जाये ।
वही टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक एवं प्रदेश प्रवक्ता अश्वनी पांडे के अनुसार राज्य के लगभग 76 हजार स्कूलों में आज ताला लगा दिया गया है। जिससे स्कूलों में पठन पठान बिल्कुल ठप हो गया है। श्री पाठक ने कहा सराकर हमें धमकी दे रही है लेकिन हम नियोजित शिक्षक सरकार की धमकियों से नहीं डरने वाले , हम सरकार को चेता रहे है यह हड़ताल तबतक चलेगा जबतक की सरकार हमारी मांगे पूर्ण रूप से नहीं मांग लेती, हमें समान वेतन, सेवाशर्त एवं सम्पूर्ण राज्यकर्मी का दर्जा इत्यादि मिलना चाहिए । वही मोतिहारी में काफी तदाद में नियोजित शिक्षको ने “सामान-काम, समान-वेतन” लिखे हुए टोपी पहन कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आए।